तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 102 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 411 पहुंच गयी है जो देश में महाराष्ट्र के बाद सर्वाधिक है। इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में लॉकडाउन को लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और उन्होंने निषेधाज्ञा सख्ती से लागू करने की चेतावनी दी।
मुख्यमंत्री ने लोगों को सलाह दी कि वे जरूरी चीजें खरीदने के लिये रोजाना घरों से बाहर नहीं निकलें, बल्कि एक हफ्ते का सामान एक बार में ही खरीद कर रख लें। मुख्यमंत्री ने मान्यता प्राप्त पत्रकारों को 3,000 रुपये की सहायता देने की भी घोषणा की। उन्होंने कोविड-19 पर जागरूकता फैलाने में उनकी भूमिका को लेकर यह ऐलान किया।
उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि सीआरपीसी की धारा 144 वायरस से लोगों को बचाने के लिये ही लागू की गई है। लेकिन कई लोग इस बारे में गंभीर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि लोग इस बात से अवगत हैं कि इस महामारी ने कुछ देशों को बहुत बुरी तरह से प्रभावित किया है लेकिन फिर भी वे स्थिति की गंभीरता को नहीं समझ पा रहे हैं और दुपहिया वाहनों तथा कार में सवार होकर इधर-उधर घूम रहे हैं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया के जरिये पर्याप्त जागरूकता का प्रसार किये जाने के बावजूद लोग इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है। राज्य पुलिस ने लॉकडाउन दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के सिलसिले में 45,000 से अधिक मामले दर्ज किये हैं और करीब 50,000 आरोपियों को गिरफ्तार किया। हालांकि बाद में जमानत पर उन्हें रिहा कर दिया गया।