पणजी : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के एम्स में भर्ती होने के बाद इस पश्चिमी राज्य की सियासत अचानक गरमा गई है। मंगलवार शाम को कांग्रेस के नेताओं ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात कर यह मांग की कि पर्रिकर सरकार को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना चाहिए। राज्यपाल से मुलाकात के दौरान कांग्रेस के 14 विधायकों ने कहा कि वह पर्रिकर सरकार को बर्खास्त करें और उनकी पार्टी को सरकार गठन के लिए आमंत्रित करें।
कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल को इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा। कांग्रेस ने यह कदम उस समय उठाया है जब 62 साल के पर्रिकर को अग्नाशय के रोग के चलते दिल्ली में एम्स में भर्ती कराया गया है। 40 सदस्यों वाली गोवा विधानसभा में कांग्रेस के 16 विधायक हैं। सभी 16 विधायकों ने राज्यपाल को उनकी अनुपस्थिति में सोमवार को एक ज्ञापन सौंपा था। इसमें उन्होंने आग्रह किया था कि वह विधानसभा भंग नहीं करें, बल्कि वैकल्पिक सरकार बनाने के लिए उनकी पार्टी को आमंत्रित करें। कांग्रेस विधायक दल के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने पीटीआई को बताया कि राज्यपाल राज्य से बाहर थीं और मंगलवार को दोपहर तीन बजे के बाद लौटी हैं।
कांग्रेस के विधायक सोमवार को राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। इसके बाद कांग्रेस नेता राजभवन में एक पत्र छोड़कर चले आए जिसमें उन्होंने राज्यपाल से सरकार बनाने के लिए मौका देने की मांग की है। गोवा कांग्रेस के प्रमुख चंद्रकांत कावलेकर ने सोमवार को कहा था, ‘हमने राज्यपाल को दो ज्ञापन सौंपे हैं और उनसे अनुरोध किया है कि 18 महीने के भीतर ही चुनाव से गुजरने की स्थिति फिर पैदा नहीं होनी चाहिए। जनता ने हमें पांच साल के लिए चुना है। अगर मौजूदा सरकार कार्य करने में सक्षम नहीं है तो हमें सरकार गठन का मौका दिया जाए।