देहरादून : स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम के तमाम प्रयासों के बावजूद डेंगू का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। आज देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज के 15 प्रोफेसर डेंगू की चपेट में आने के सूचना से हड़कंप मच गया। वहीं 85 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इन मरीजों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
एक दिन में इतने अधिक मरीजों के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप की स्थिति है। वहीं स्वाइन फ्लू का एक मरीज सामने आने के बाद आज दून अस्पताल में स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें एहतियात बरतने और लोगों को जागरुक करने पर बात हुई।
जिला जीवाणुजनित रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. सुभाष जोशी के मुताबिक जिले में अब तक 2183 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। जबकि, छह मरीजों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि बीमारी पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की टीमें जुटी हुई हैं। यह टीमें डेंगू प्रभावित इलाकों में दवाओं का छिड़काव करने के साथ ही लोगों को बीमारियों से बचाव की जानकारी दे रही हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने किया अस्पतालों का दौरा
डेंगू बढ़ते आंकड़ों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की तीन सदस्यीय टीम ने कोरोनेशन व गांधी शताब्दी जैसे अस्पतालों का दौरा कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। टीम ने दोनों अस्पतालों के पैथालॉजी लैब से मरीजों के आंकड़े जुटाने के साथ ही डेंगू वार्डों का भ्रमण कर मरीजों को मुहैया कराई जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। अस्पताल के चिकित्सकों ने टीम को तमाम जानकारियां दीं।
डेंगू पर हरीश रावत ने बोला सरकार पर हमला
डेंगू पीड़ितों का हाल जानने दून अस्पताल पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर सरकार नियमित तैयारियों में पूरी तरह विफल हो चुकी है। पिछले साल भी डेंगू की भयावह स्थिति थी। सरकार इससे सबक लेती और समय पर तैयारी करती और स्थिति महामारी जैसी न होती। हालांकि, इस दौरान उन्होंने दून अस्पताल की व्यवस्था को संतोषजनक बताया।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. के के टम्टा ने हरीश रावत को डेंगू वार्ड का मुआयना कराया। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने सामान्य वार्ड में भर्ती मरीजों से बातचीत की। इस दौरान मरीजों ने वहां के इलाज के बारे में उनसे कोई शिकायत नहीं की। डॉ. केके टम्टा ने उन्हें बताया कि यदि जरूरत पड़ी तो बेडों की संख्या बढ़ा दी जाएगी।