तेलंगाना के निर्मल जिले के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील भैंसा कस्बे में दो समुदायों के बीच मामूली से मुद्दे पर शुरू हुई झड़प हिंसक हो गयी जिसमें आठ पुलिस अधिकारियों समेत 19 लोग घायल हो गए।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि सांप्रदायिक झड़प के सिलसिले में 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
रविवार रात को साइलेंसर निकालकर मोटरसाइकल चलाने के मामले में मामूली सी बात पर दो समुदायों के बीच बहस हो गई। इसके बाद दोनों समूहों ने एक दूसरे पर हमला, पथराव और आगजनी की।
सूत्रों के अनुसार तड़के तीन बजे के आसपास हालात काबू में आ सके। जिला प्रशासन ने शांति बहाल करने के लिए विश्वास बहाली के कदम उठाये हैं और राजस्व अधिकारियों ने नुकसान का जायजा लेना शुरू कर दिया है।
उन्होंने बताया कि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू होने के बावजूद सोमवार भी दोनों पक्षों के कुछ सदस्यों ने पथराव किया। इसके बाद पुलिस को उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
सूत्रों ने बताया कि हालात काबू में हैं और रविवार देर रात के बाद से हिंसा और पथराव की घटनाओं में आठ पुलिस अधिकारियों समेत 19 लोग घायल हो गये।
अधिकारियों के अनुसार निर्मल के जिला पुलिस अधीक्षक सी शशिधर राजू भी पथराव में घायल हो गये।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह मामले दर्ज किये गये हैं। निषेधाज्ञा 15 जनवरी तक जारी रहेगी।
इससे पहले पुलिस ने बताया कि हिंसक हुए संघर्ष में दोनों समुदायों के लोगों ने एक कार और दोपहिया वाहनों समेत 20 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया। कुछ घरों में भी तोड़फोड़ की गयी तथा एक घर में आग लगा दी गयी।
कुछ दंगाइयों ने आग बुझाने में लगे दमकल वाहनों के पानी के पाइप कथित तौर पर काट दिये।