झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को तड़के करीब चार बजे माओवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में झारखंड जैगुआर के दो जवान शहीद हो गए। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक सुरक्षा बल पूरे क्षेत्र की घेरेबंदी कर माओवादियों की तलाश कर रहे थे। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जवानों की शहादत पर शोक प्रकट करते हुए कहा ‘‘नक्सली झारखंड में आखिरी लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार उनके प्रति कोई नरमी नहीं बरतेगी।’’
उन्होंने कहा कि सरकार शहीद जवानों के परिजनों के साथ हमेशा खड़ी रहेगी। रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनीस गुप्ता ने बताया कि आज तड़के रांची से लगभग साठ किलोमीटर दूर बुंडू में दशम झरने के निकट डोकापीढ़ी गांव में बड़ी संख्या में माओवादियों के एकत्रित होने की सूचना मिली।
वहां विशेष कार्यबल के सदस्यों को भेजा गया लेकिन इससे पहले ही माओवादियों ने झारखंड जैगुआर के जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। गुप्ता ने बताया कि इसके बाद हुई मुठभेड़ में दो जवान घायल हो गये। इनमें से एक की रांची के अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मृत्यु हो गयी जबकि दूसरे जवान ने मेडिका अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
अनीस गुप्ता ने बताया कि सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और माओवादियों की खोज की जा रही है। अब तक मुठभेड़ में किसी माओवादी के हताहत होने की खबर नहीं है। यह पूरा इलाका नक्सलियों से ग्रस्त रहा है लेकिन हाल के दिनों में यहां नक्सल घटनाएं नहीं के बराबर हुई थीं।
अनीस गुप्ता ने बताया कि शहीद जवानों की पहचान खंजन प्रसाद महतो और अखिलेश राम के रूप में की गयी है। इस बीच मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घटना पर शोक प्रकट करते हुए कहा है कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जायेगी और माओवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।