डीएमके ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी के 21 कार्यकर्ता पार्टी चीफ करुणानिधि के बीमारी के सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाए और उनकी मौत हो गई। डीएमके ने कहा कि 21 कार्यकर्ताओं को पूर्व मुख्यमंत्री की बीमारी और उनके अस्पताल में भर्ती होने से गहरा सदमा पहुंचा जिससे उनकी मौत हो गई। पार्टी ने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि 94 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर परेशान न हों और ना ही कोई गलत कदम उठाए।
डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा, ”मुझे यह जानकर गहराई से निराश हुई कि पार्टी के 21कार्यकर्ता करुणानिधी की बीमारी (और अस्पताल में भर्ती) के सदमे को सहन नहीं कर पाए हैं।”
बुधवार को लगातार पांचवें दिन करुणानिधि कावेरी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। पार्टी के प्रमुख नेता ने कहा कि वह कार्यकर्ताओं की मौत से दुखी हैं और प्रभावित परिवारों के रिश्तेदारों के साथ अपनी संवेदना व्यक्त की है। करुणानिधि के बेटे और द्रमुक में उनके उत्तराधिकारी स्टालिन ने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता उनके अहम हैं और वे किसी भी कार्यकर्ता की जाम का नुकसान नहीं उठा सकते.
बता दें कि कावेरी अस्पताल के कार्यकारी निदेशक ने मंगलवार को मेडिकल बुलेटिन में कहा कि डीएमके अध्यक्ष एम करुणानिधि को अपने स्वास्थ्य में आई गिरावट का इलाज कराने के लिए काफी वक्त तक अस्पताल में भर्ती रहना होगा. ब्लड प्रेशर में गिरावट की वजह से करुणानिधि को पिछले सप्ताह अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पिछले चार दिनों से आईसीयू में उनका इलाज चल रहा है।
मंगलवार को जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया कि करुणानिधि इलाज पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं. जिस वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था उसका समाधान हो गया है। इसमें आगे कहा गया कि एक्टिव मेडिकल सपोर्ट की सहायता से उनके स्वास्थ्य में सुधार आता रहेगा। हालांकि मेडिकल बुलेटिन में कहा गया है बुढ़ापा, लिवर फंक्शन और हिमोटोलॉजिकल पैरामीटर्स की वजह से उनके स्वास्थ्य में काफी गिरावट आई है जिसके लिए उन्हें ‘काफी वक्त’ तक अस्पताल में भर्ती रहना होगा।