महाराष्ट्र की 14वीं विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार को शुरू हुआ जिसमें नव निर्वाचित 285 सदस्यों को शपथ दिलाई गई। विधान भवन के एक अधिकारी ने बताया कि 288 सदस्यीय सदन में दो सदस्यों सुधीर मुनगंटीवार (भाजपा) और देवेंद्र भुयार (स्वाभिमानी पक्ष) ने बुधवार को शपथ नहीं ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा नियुक्त किए जाने के बाद प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलांबकर ने मंगलवार को शपथ ली थी।
विधान सचिव राजेंद्र भागवत ने को बताया कि दो सदस्यों महेश बालदी (निर्दलीय), मोहम्मद इस्माइल (एआईएमआईएम) को बुधवार को कोलांबकर के चैंबर में शपथ दिलाई गई क्योंकि वे सदन स्थगित होने के बाद पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि इस्माइल यातायात जाम में फंसने के कारण विलंब से पहुंचे जबकि पड़ोसी रायगढ़ जिले के उरण से विधायक बालदी इसलिए देरी से पहुंचे क्योंकि वह अलीबाग से मुंबई आने के लिए जिस नौका में सवार हुए थे उसमें कुछ खराबी आ गई थी।
भागवत ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक के बाद अध्यक्ष के चुनाव के लिए तारीख पर फैसला लिया जाएगा। बृहस्पतिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद मंत्रिमंडल की बैठक होगी। बहरहाल, कांग्रेस में सूत्रों ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 30 नवंबर को होगा।
इससे पहले सुबह (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने सत्र शुरू होने से पहले विधान भवन के प्रवेश द्वार पर अजित पवार और पार्टी विधायक रोहित पवार से मुलाकात की। सुले ने पत्रकारों से कहा, “यह दिन अपने साथ बड़ी जिम्मेदारी लाया है।”
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सदन में कार्यवाहक अध्यक्ष कालीदास कोलांबकर ने बबनराव पचपुते, विजयकुमार गवित और राधाकृष्ण विखे पाटिल को सदस्यों को शपथ दिलाने के वास्ते पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया। सदस्यों को वरिष्ठता क्रम के अनुसार शपथ दिलाई गई। पीठासीन अधिकारी पचपुते और गावित ने सबसे पहले शपथ ली और फिर इसके बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली।
राकांपा नेता अजित पवार, छगन भुजबल, कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वाल्से पाटिल (राकांपा) तथा हरीभाऊ बागड़े (भाजपा) पहले शपथ लेने वालों में शामिल रहे।
अजित पवार जब शपथ लेने के लिए मंच पर गए तो राकांपा सदस्यों ने मेज थपथपाकर उनका स्वागत किया।
मुंबई की वरली सीट से चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे को विभिन्न दलों ने बधाई दी। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के 29 वर्षीय बेटे आदित्य सभी वरिष्ठ सदस्यों के पास उनका अभिवादन करने गए। शपथ लेने वाले नये सदस्यों में धीरज देशमुख (कांग्रेस) और रोहित पवार (राकांपा) भी शामिल रहे।
नव निर्वाचित सदस्य राज्य में चल रहे राजनीतिक नाटकीय घटनाक्रमों के कारण विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के एक महीने बाद भी शपथ नहीं ले पाए थे। किसी भी राजनीतिक दल के सरकार न बना पाने के कारण राज्य में 12 नवंबर से 23 नवंबर तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कोश्यारी से प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने और यह सुनिश्चित करने को कहा था कि सदन के सभी निर्वाचित सदस्यों को बुधवार शाम पांच बजे तक शपथ दिला दी जाए।
राकांपा नेता अजित पवार के समर्थन से 23 नवंबर को बनी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार मंगलवार दोपहर को तब गिर गयी जब पवार ने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और फिर उसके बाद देवेंद्र फडणवीस को भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के ‘महाविकास अघाडी’ ने सोमवार को 162 विधायकों का समर्थन होने का दावा करते हुए राज्यपाल को एक पत्र सौंपा।
राकांपा ने घोषणा की कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे। वह बृहस्पतिवार शाम को दादर में शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस स्थान पर उनकी पार्टी हर साल पारंपरिक दशहरा रैली का आयोजन करती है। ठाकरे राज्य विधानसभा में अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।