केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर त्रिपुरा में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने की मंगलवार को घोषणा की। पूर्वोत्तर राज्य में भारतीय जनता पार्टी-आईपीएफटी सरकार की चौथी वर्षगांठ के मौके पर यहां एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि (मुख्यमंत्री) बिप्लब देब के प्रशासन ने राजनीतिक हिंसा पर पूर्ण विराम लगा दिया है।
मौजूदा सरकार में किसानों की आय दोगुनी हो गयी है
उन्होंने दावा किया कि मौजूदा सरकार में किसानों की आय दोगुनी हो गयी है और प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 1.3 लाख रुपये हो गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘अगरतला को रेल के जरिए देश के बाकी हिस्सों से जोड़ा गया है। कुल 542 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग बनाया गया है।’’ केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि त्रिपुरा में जघन्य अपराधों में 30 प्रतिशत की कमी आयी है और दोषसिद्धि की दर पांच प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो गयी है। शाह ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन पिछले चुनाव के घोषणापत्र में किए सभी वादे पूरे करेगा और वह वोट मांगने फिर से त्रिपुरा आएंगे। उल्लेखनीय है कि त्रिपुरा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
शाह ने त्रिपुरा में 51 शक्ति मंदिर परियोजना का अनावरण किया
अमित शाह ने त्रिपुरा में गोमती जिले के उदयपुर में 51 शक्तिपीठों में से एक माता त्रिपुरेश्वरी मंदिर तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान (प्रसाद) परियोजना का अनावरण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव भी उनके साथ रहे। शाह ने मंदिर में पूजा और प्रार्थना करने से पहले चांदी के दरवाजे को खोला।
भक्तों को सभी देवियों का आर्शीवाद एक स्थान पर मिल सकेगा
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने मंदिर परिसर में नवीनीकरण और सुविधाओं के निर्माण के लिए 44 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए हैं। राज्य सरकार ने 14.22 एकड़ भूमि दी है, जिसमें मंदिर और सभी 51 शक्तियों के विग्रह को स्थापित किया जाएगा।मंदिर प्रबंधन समिति के अधिकारियों और सदस्यों के साथ बैठक में श्री शाह ने राज्य सरकार की अकेले परिसर में 51 शक्ति देवियों की प्रतिकृति के निर्माण की पहल की प्रशंसा की है। इस कार्य से राज्य में धार्मिक पर्यटन में वृद्धि होगी और भक्तों को सभी देवियों का आर्शीवाद एक स्थान पर मिल सकेगा।
राज्य सरकार ने माता त्रिपुरेश्वरी मंदिर के पास उदयपुर के फूलकुमारी गांव में सभी 51 शक्तिपीठ मंदिरों के निर्माण का विचार रखा था। हिंदु पौराणिक कथाओं के अनुसार एशिया की 51 जगहों पर शक्तिपीठ मंदिर हैं। इन 51 शक्तिपीठों में से भारत में 38, बंगलादेश में छह, नेपाल में तीन, पाकिस्तान में दो और तिब्बत एवं श्री लंका में एक-एक शक्तिपीठ हैं।