देहरादून : देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में शुक्रवार सुबह ग्रेजुएशन सेरेमनी आयोजित की गई। चेटवुड सभागार में आर्मी कैडेट कॉलेज (एसीसी) के 37 कैडेट्स को ग्रेजुएशन सेरेमनी में जेएनयू की डिग्री दी गई। अब ये कैडेट्स आईएमए में एक साल का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर सैन्य अधिकारी बनेंगे।
अकादमी के ऑफिसिएटिंग कमांडेंट मेजर जनरल जेएस नेहरा के हाथों एसीसी के कैडेट्स को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की डिग्री प्रदान की गई। इसमें 17 साइंस स्ट्रीम एवं 20 ह्यूमिनिटी स्ट्रीम के हैं। इससे पहले आईएमए के प्रिंसिपल डॉ नवीन कुमार ने उपलब्धि रिपोर्ट रखी। साथ ही सर्वक्षेष्ठ प्रदर्शन वाले कैडेट की जानकारी दी।
अब एसीसी के इन कैडेट को सालभर तक आईएमए में ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद पीओपी में इन कैडेट्स को अलग-अलग यूनिट में भेजा जाएगा। इससे पहले कल भारतीय सैन्य अकादमी कॉलेज के 21 कैडेट्स पासआउट हुए। मुख्य अतिथि थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इन्हें दीक्षित किया। उन्होंने पासआउट हुए कैडेट्स से देशसेवा में समर्पित रहने का आह्वान किया।
साथ ही जिंदगी में आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना करने को कहा। इस दौरान राजस्थान के कैडेट हर्षवर्धन राठौर को स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। कॉलेज के थिमैया सभागार में 184वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सेना प्रमुख को कैडेट्स ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
जनरल बिपिन रावत ने विभिन्न हॉबी क्लब की ओर से आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। साथ ही विभिन्न प्रतिस्पर्धा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को सम्मानित किया। कैडेट्स को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मानसिक और शारीरिक मजबूती के साथ ही मूल्यों को भी आत्मसात करना बहुत जरूरी है।
– सुनील तलवाड़