कोरोना वायरस महामारी के दौरान वापस केरल लौटे 4,000 से अधिक प्रवासियों ने नए उद्यम शुरू करने की इच्छा जताई है। राज्य सरकार ने बताया कि पिछले 6 महीनों के दौरान केरल के प्रवासी मामलों के विभाग (नोरका) की परियोजना एनडीपीआरईएम के तहत 4,897 प्रवासियों ने पंजीकरण कराया है।
इस योजना का मकसद घर वापस लौटे प्रवासियों को अपना उद्यम शुरू करने में मदद पहुंचाना है। पिछले साल इस योजना के तहत 1,043 पंजीकरण हुए थे। ऐसे में इस साल का आंकड़ा काफी अधिक है। एक बयान में बताया गया कि जहां पहले सबसे अधिक लोगों की रुचि सेवा आधारित उद्यमों जैसे कि टैक्सी सेवा, किराए पर कार देने के काम में थी लेकिन अब रेस्टोरेंट, बेकरी, वर्कशॉप, ऑयल मिल, चपाती विनिर्माण यूनिट, जिमनेजियम और मसाला प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में अधिक दिखी।
नोकरा के रेजिडेंट वाइस चेयरमैन के वरदराजन ने कहा कि इस समय एनडीपीआरईएम के तहत 30 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाता है, जिसे बढ़ाकर 50 लाख रुपये किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नोकरा के तहत दी जाने वाली सब्सिडी को भी 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाएगा।