मध्यप्रदेश के अधिकतर स्थानों में पिछले 24 घंटों में जमकर बारिश हुई, जिसके चलते कई जगहों पर सड़क यातायात अवरूद्ध होने के साथ-साथ सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। अशोकनगर जिले में उफनते नाले में 40 वर्षीय एक व्यक्ति बह गया। उसकी तलाश जारी है।
मौसम केन्द्र भोपाल द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों में मध्यप्रदेश के तराना में सबसे अधिक 21 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जबकि महेश्वर, कसरावद, भीकनगांव में 19-19 सेंटीमीटर, झाबुआ में 18 सेंटीमीटर, थांदला एवं शाजापुर में 17-17 सेंटीमीटर, ठीकरी, भैंसदेही एवं धार में 16-16 सेंटीमीटर, रायसेन, तेंदुखेडा एवं करेली में 15-15 सेंटीमीटर तथा भोपाल में करीब 10 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के सभी संभागों के जिलों में अधिकतर स्थानों पर वर्षा हुई। पश्चिमी मध्यप्रदेश में मानसून अति सक्रिय तथा पूर्वी मध्यप्रदेश में मानसून सक्रिय रहा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटे में मध्यप्रदेश के इंदौर, धार, खंडवा, खरगौन, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, नीमच, रतलाम, शाजापुर, देवास, मंदसौर, आगर, राजगढ़, गुना, श्योपुरकलां, सीहोर, होशंगाबाद एवं हरदा जिलों में भारी वर्षा के साथ-साथ कहीं-कहीं पर बहुत ज्यादा वर्षा होने की संभावना है।
अशोकनगर में मोहरी रोड पर बृहस्पतिवार रात 11.30 बजे मगरदा के उफनते नाले को दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर पार कर रहे तीन व्यक्ति मोटरसाइकिल सहित बह गये। इनमें से दो लोग कुछ दूरी तक बहने के बाद किसी तरह से तैरकर नाले से बाहर आ गये, लेकिन मोहरी निवासी महेंद्र सिंह (40) बह गया। उसकी तलाश जारी है।
मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश से नर्मदा, क्षिप्रा, कालीसिंध, बेतवा, ताप्ती, तवा, चम्बल, पार्वती, केन, सोन, बागदी, मोला इत्यादि नदियां एवं नाले उफान पर है। इससे प्रदेश के कई निचले रहवासी इलाके जलमग्न हो गये हैं।
इंदौर एवं बड़वानी से मिली रिपोर्ट के अनुसार जोरदार मॉनसूनी बारिश का दौर जारी रहने के बीच मध्यप्रदेश के बड़वानी और धार जिलों में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रशासन ने दोनों जिलों में सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र के निचले इलाकों को खाली कराते हुए पिछले 24 घंटों के दौरान करीब 1,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
खंडवा जिले में नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध के 15 गेट शुक्रवार दोपहर खोल दिये गये हैं। एहतियातन नर्मदा के निचले तटीय इलाकों एवं ग्रामों में अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने निचले क्षेत्र के रहवासियों से सतर्क रहने तथा नर्मदा नदी के तटों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की है।
मण्डला नगर के पुलिस कोतवाल प्रदीप सोनी ने बताया कि नर्मदा नदी के तट सहस्त्रधारा में बृहस्पतिवार को मण्डला नगर के तीन युवा अपनी हौंडा कार से नर्मदा तीरे गये थे जहां तेजी से उफ़न रही नर्मदा के जल भराव में फंस गए थे। ये तीनों कार की छत में अपने को बचाने चढ़ गये। पुलिस बचाव दल ने उनकी जान बचाई।
धार जिले में खुज नदी में बने रपटे के पास खड़ा एक ट्रक बह गया, जिसे जेसीबी मशीन के जरिये नदी से बाहर निकाला गया। उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र ने बताया कि धार्मिक नगरी उज्जैन में क्षिप्रा नदी के तट पर बसे राम घाट में जलस्तर काफी बढ़ गया है।