कर्नाटक में एक बार फिर से सियासी माहौल गरमाया हुआ है। सूबे की येदियुरप्पा सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है। विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े ने इसकी पुष्टि की है। कांग्रेस के इस अविश्वास प्रस्ताव में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा समेत उनके मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की गई है।
यह नोटिस कांग्रेस नेता सिद्धारमैया द्वारा दिया गया है। विपक्ष द्वारा दिए गए इस अविश्वास प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि "हर 6 महीने में एक बार उन्हें अविश्वास प्रस्ताव को स्थानांतरित करना चाहिए ताकि मैं एक और 6 महीने के लिए सुरक्षित रह सकूं।" इसके साथ ही इस मामले में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी प्रतिक्रिया दी है।
कुमारस्वामी ने कहा कि "अभी तक कांग्रेस के किसी भी मित्र ने हमसे संपर्क नहीं किया है। कल जब अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, तब भी किसी ने हमसे सलाह नहीं ली थी। मुझे लगता है कि जिस तरह से वे व्यवहार कर रहे हैं, वे हमारा समर्थन नहीं चाहते हैं। उन्हें लगता है कि वे इसे स्वतंत्र रूप से लड़ सकते हैं।"
बता दें कि सिद्धारमैया ने कहा कि मौजूदा येदियुरप्पा सरकार पर से लोगों का भरोसा उठ गया है। इसके साथ ही सरकार के मंत्रियों पर भी किसी को विश्वास नहीं है। इसलिए उन्हें सरकार में रहने का कोई हक नहीं है। जिस पर बीजेपी कि तरफ से कहा गया कि कांग्रेस का यह कदम महज एक ‘‘राजनीतिक हथकंडा’’ है और विपक्षी दल के पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है।