रायपुर : कांग्रेस में चल रहे शीतयुद्ध और आंतरिक व्दंद टिकट वितरण तक ही शांत रहने की खबर है। ताजा माली हालात कांग्रेस की बहुत ही दयनीय हैं। टिकट वितरण को लेकर प्रदेश के बड़े नेताओं में अंदरखाने विस्फोट की ज्वाला धधक रही है जो टिकट घोषित होते ही फुट पड़ेगी और कांग्रेस को हताहत करेगी। टिकट को लेकर अब तक जो अंतरव्दंद चल रहा था, उसका ज्वलंत रूप देखने को मिल सकता है। कांग्रेस में जो अभी खबर आ रही है वह बहुत ही भयावह है। जो कांग्रेस को मटियामेट कर सकती है।
घमासान तो कांग्रेस की जीवन शैली है, छोटे-छोटे मुद्दे को लेकर अपने ही नेता पर जब आरोप-प्रत्यारोप लगा सकते है तो विधानसभा चुनाव को लेकर जो आवेदन मंगाए है वह आवेदन नहीं होकर विस्फोट की चेतावनी बन जाएगी जो फूट कर बड़े-बड़े नेताओं के चाल-चरित्र को बेनकाब कर देगी। विघ्नसंतोषियों ने एक अलग ही कांग्रेस बना ली हैं, जो आए दिन कांग्रेस के बड़े नेताओं पर निशाना साधते रहती है। कहा जा रहा है कि यह तो ट्रेलर है पिक्चर तो अबी बाकी है। जैसे ही टिकट की घोषणा होगी कांग्रेस में भागमभाग मचने के साथ जूतम-पैजार की भी स्थिति निर्मित हो जाएगी जिसे कोई भी नहीं रोक पाएगा।
कांग्रेस के एक बड़े नेता ने ऑफ द रिकॉर्ड बताया कि जिस प्रकार से टिकट वितरण में कुछ दिग्गज नेता सिर्फ अपनी चला रहे है उससे असंतोष तो फूटना ही है और ऐसे में कांग्रेसी अपनों को तो नुकसान पहुंचाएंगे ही और खुद भी स्वाहा हो जाएंगे। टिकट का इंतजार कर रहे कांग्रेसियों का कहना कि यह आखिरी मौका है, यदि राहुल गांधी के हिसाब से जमीनी कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं दिया गया तो तत्काल कांग्रेस छोडऩे का मन बना लिया गया है। आवेदन करने वालों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि कांग्रेस में हिटलरशाही चरम पर हैं, बड़े नेताओं के चापलूसी करने वालों को ही उपकृत किया जाता है। निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा ही कांग्रेस की दुर्गति का कारण है जो बड़े नेता आज तक नहीं समझ पाए।