पूर्णिया लोकसभा में गठबंधन एवं महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

पूर्णिया लोकसभा में गठबंधन एवं महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर

परिभ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा से मिलना दुर्लभ है। इसके लोग दिल्ली इलाज के लिए जाते हैं तो वहां भी मदद नहीं मिलती।

पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में गठबंधन एवं महागठबंधन के प्रत्याशी आमने सामने। 2014 के लोकसभा चुनराव में भाजपा प्रत्याशी उदय सिंह इस बार महागठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी हैं। मोदी लहर में उदय सिंह चुनाव जीतने में कामयाबी हासिल नहीं कर सके थे। उस लहर में जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा सफल हुए थे। इस बार भी वे गठबंधन जदयू के प्रत्याशी हैं। पिछले चुनाव में इन्हें 3 लाख 31 हजार 57 वोट मलिा था वहीं कांग्रेस प्रत्याशी प्रत्याशी अमर नाथ तिवारी 01 लाख 24 हजार 389 वोट मिला था। यहां दूसरे चरण में चुनाव होना है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीमांचल में महागठबंधनन प्रत्याशी के लिए पिछले माह वोट मांगने पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सीमांचल न आकर भागलपुर का दौरा किया। वहीं जयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्णिया सीट को बचाने के लिए राजधानी छोडक़र मधेपुरा में कैम्प डाले हैं। पंजाब केसरी टीम द्वारा क्षेत्र का परिभ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा से मिलना दुर्लभ है। इसके लोग दिल्ली इलाज के लिए जाते हैं तो वहां भी मदद नहीं मिलती।

उज्जवला योजना के तहत इस क्षेत्र में एक बार ही गैस कनेक्शन का लाभ मिला, दूसरा नहीं। लोग लकड़ी से खाना बनाने को मजबूर हैं। सात निश्चय योजना के तहत नल तो लगा, लेकिन जल निकलता नहीं है। कुछ महिलाओं ने नीतीश कुमार का गुणगान किया तो कुछ ने प्रधानमंत्री का विरोध किया। लोगों का कहना था कि स्थानीय नेता से हमलोग मिल सकते हैं केन्द्र से लेना देना नहीं है। गरीब-गुरबा का काम करने वाला नेता होना चाहिए। वहीं नौजवानों को रोजगार नहीं मिलने का गुस्सा प्रकट दिखाई दिया। नौजवानों का कहना था कि पांच साल में नौकरी नहीं मिली। अच्छे दिन हमलोगों के लिए नहीं नेताओं के लिए आया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

4 × two =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।