कंगना रनौत एक बार फिर चर्चा में है अपने उन बयानों को लेकर जो हाल ही में टाइम्स नाउ समिट 2021 के दौरान आजादी को लेकर कहा। जिसपर आम आदमी पार्टी (आप) ने बृहस्पतिवार को मुंबई पुलिस को एक शिकायत देकर आग्रह किया कि फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ उनकी उस ‘राजद्रोही’ टिप्पणी के लिए मामला दर्ज किया जाए जिसमें उन्होंने कथित रूप से कहा है कि भारत को आज़ादी 2014 में मिली थी जबकि 1947 में जो मिला था वो ‘भीख’ थी।
राजद्रोही और भड़काऊ बताया
आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य प्रीति शर्मा मेनन ने अभिनेत्री की टिप्पणी को ‘ राजद्रोही और भड़काऊ’ बताया है। मेनन ने एक ट्वीट में कहा कि आप रनौत के अपमानजनक बयान की कड़ी निंदा करती है- जिसमें दावा किया गया है कि 1947 की भारत की स्वतंत्रता भीख थी, न कि वास्तविक स्वतंत्रता। एक अन्य ट्वीट में मेनन ने कहा कि उन्होंने मुंबई पुलिस को एक शिकायत देकर आग्रह किया है कि रनौत के खिलाफ उनकी ‘राजद्रोही और भड़काऊ’ टिप्पणी के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए, 504, और 505 के तहत कार्रवाई की जाए।
वरुण गांधी ने भी रनौत की टिप्पणी के लिए उन्हें आड़े हाथों लिया
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इससे पहले दिन में, भाजपा के लोकसभा सदस्य वरुण गांधी ने भी रनौत की टिप्पणी के लिए उन्हें आड़े हाथों लिया और कहा कि यह एक राष्ट्र विरोधी कृत्य है और इसकी निंदा की जानी चाहिए। वरूण गांधी ने अभिनेत्री का एक वीडियो क्लिप भी साझा किया जिसमें एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम के दौरान रनौत को यह कहते सुना जा सकता है, ” वह आजादी नहीं, बल्कि भीख थी और जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली।”
हाल में पद्म श्री सम्मान पाने वाली रनौत का इशारा 2014 में भाजपा के सत्ता में आने की तरफ था। अभिनेत्री पूर्व में भी अपने दक्षिणपंथी बयानों को लेकर विवादों में रही हैं।