ऋषिकेश : देश की अर्थव्यवस्था को दीमक की तरह चाटने वाले नकली नोटों के धंधेबाज ऋषिकेश तीर्थ नगरी में भी सक्रिय हो गए हैं। दो सौ रुपये के नकली नोट बाजार में झोकें जा रहे है। खुफिया से जुड़े सूत्र इसकी पुष्टि कर रहे हैं। जिस तरह से बाजार में नकली नोट घुलमिल रहे है, उससे डांवाडोल हो रही अर्थव्यवस्था के सामने एक और संकट खड़ा हो सकता है। केंद्र सरकार ने नोटबंदी का फैसला लेने के पीछे प्रमुख कारणों में नकली नोटों को भी बताया था।
सरकार अब तक दो सौ, सौ, पचास, बीस और दस रुपये का नया नोट जारी कर चुकी है। मगर, धंधेबाजों ने हूबहू कॉपी कर नकली नोट बाजार में उतार दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक शहर में इनके मिलने की पुष्टि दस दिनों से हो रही है। हालांकि जिन्हें नकली नोट मिल रहे हैं, वह डर की वजह से खुलकर नहीं बोल रहे। रेलवे रोड़ में रेडीमेड दुकान चलाने वाले दुकानदार ने छह दिन में दो बार नकली नोट हाथ में आने की जानकारी दी।
एक नोट तो अब तक उसके पास है। इसी तरह पेट्रोल पंपों पर जाली नोट मिलने की जानकारी संज्ञान में आई है। सभी को दो सौ रुपये के जाली नोट मिल रहे हैं। खुफिया सूत्र भी बतातें हैं कि फिलहाल दो सौ रुपये के नकली नोट बाजार में झोंके गए हैं। इसी तरह फुटकर व्यापारियों के यहां भी नकली नोट चलाए जाने की कोशिशें हो रही हैं।
हूबहू असली जैसा, ऐसे पकड़ें
जो नकली नोट बाजार में आया है, वह हूबहू असली जैसा ही है। पहली नजर में कोई भी धोखा खा सकता है, लेकिन उसे पकड़ना बेहद आसान है। असली नोट के बीचोंबीच हरे रंग का सुरक्षा धागा है, जिस पर भारत और आरबीआई लिखा हुआ है। हरे रंग का यह सुरक्षा धागा नोट को तिरछा करने पर नीले रंग में चमकता है।
नकली नोट में फर्क केवल इतना है कि सुरक्षा धागा टुकड़ों में दिखाई देता है, जबकि असली नोट में पूरा धागा एक साथ दिखाई देता है। इसके अलावा नकली नोट पानी पडऩे पर रंग भी छोड़ रहा है।