कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष का एक मंच बनाने की सभी कोशिशों से उन्हें दूर रखा जाना चाहिए।
ममता बनर्जी भरोसे लायक सहयोगी नहीं – अधीर रंजन
चौधरी ने एक साक्षात्कार में कहा कि बनर्जी ‘‘भरोसे लायक सहयोगी नहीं’’ हैं, जो कांग्रेस की कीमत पर राष्ट्रीय फलक पर आना चाहती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ममता बनर्जी ने हमेशा ही उस हाथ को दांत से काटने की कोशिश की, जिसने उन्हें खाना खिलाया। उन्हें विपक्षी एकता बनाने की कोशिशों से दूर रखना चाहिए। वह भाजपा को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं और भगवा पार्टी के खिलाफ लड़ाई में उन पर कभी विश्वास नहीं किया जा सकता।’’
CBI से डरकर भाजपा को खुश कर रही है टीएमसी
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख चौधरी ने दावा किया, ‘‘वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को खुश करने की कोशिश कर रही हैं, ताकि उनके परिवार और पार्टी (तृणमूल कांग्रेस) नेताओं को सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्त में आने से बचाया जा सके। बदले में वह भाजपा को कांग्रेस मुक्त भारत के उसके लक्ष्य को हासिल करने में मदद कर रही है। तृणमूल कांग्रेस विपक्षी एकता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस हमेशा ही कांग्रेस को नुकसान पहुंचा कर आगे बढ़ी है।
TMC पीठ में छुरा घोंपने के लिए जानी जाती है
उन्होंने दावा किया, ‘‘पहले, उन्होंने यह बंगाल में किया और अब वे इसे राष्ट्रीय स्तर पर करने की कोशिश कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस अपने सहयोगियों की पीठ में छुरा घोंपने के लिए जानी जाती है। ’’ राष्ट्रीय स्तर पर खुद को मजबूत करने के लिए तृणमूल कांग्रेस द्वारा कांग्रेस नेताओं को टीएमसी में शामिल करने के बीच उनका यह बयान आया है। तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में सुष्मिता देव और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फालेयरो हैं।
ममता देश का अगला PM बनने का सपना देख रही हैं
चौधरी ने दावा किया, ‘‘ममता बनर्जी देश का अगला प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रही हैं और इसमें कांग्रेस उनको सबसे बड़ी बाधा प्रतीत हो रही है। जब तक कांग्रेस है, वह कभी विपक्षी मोर्चे की नेता नहीं बन सकती हैं और इसलिए वह कांग्रेस की छवि धूमिल करने तथा नेतृत्व को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। ’’ टीएमसी के मुखपत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष का चेहरा कांग्रेस नेता राहुल गांधी नहीं, बल्कि ममता के होने का दावा करने वाले आलेख पर उन्होंने कहा कि (टीएमसी) पार्टी नेतृत्व काल्पनिक दुनिया में रह रहा है।
आवाज उठाने में राहुल गांधी निरंतर ही मुखर – चौधरी
चौधरी ने कहा, ‘‘भाजपा और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के खिलाफ विपक्ष की ओर से आवाज उठाने में राहुल गांधी निरंतर ही मुखर रहे हैं। कांग्रेस अब भी देश में 20 फीसदी वोट रखती है। भाजपा के अलावा, क्या आप किसी और पार्टी का नाम बता सकते हैं कि जिसके पास इतना अधिक वोट प्रतिशत हो? इसका जवाब है ‘नहीं’। ’’ राहुल के नेतृत्व की सराहना करते हुए चौधरी ने कहा कि भाजपा और कुछ अन्य विपक्षी पार्टियां जानबूझ कर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि वे उनसे डरती हैं।