महाराष्ट्र में नासिक में मुस्लिम आध्यात्मिक गुरू गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। अफगानिस्तान से ताल्लुक रखने वाले 35 वर्षीय मुस्लिम धर्मगुरु लोगों के बीच ‘सूफी बाबा’ के नाम से मशहूर थे। नासिक के येवला कस्बे में मंगलवार को अज्ञात हमलवारों ने उनकी हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी उनकी गाड़ी लेकर फरार हो गए।
पुलिस को संदेह है कि हत्या में मुस्लिम धर्मगुरु के नजदीकियों का हाथ है। दरअसल, सैयद चिश्ती अफगानी नागरिक होने की वजह से खुद के नाम पर जमीन नहीं खरीद सकते थे। इसलिए, उन्होंने स्थानीय लोगों को साथ लेकर संपत्ति बनाई थी। इसलिए पुलिस को शक है कि जमीन विवाद को लेकर ही हत्या हुई होगी। हालांकि, अभी पुलिस जांच कर रही है।
एक जांच अधिकारी के अनुसार, मामला शाम करीब 7.15 बजे का है। येओला में एमआईडीसी औद्योगिक क्षेत्र के पास एक खुले सुनसान भूखंड में इस घटना को अंजाम दिया गया। जांच से पता चलता है कि कम से कम चार अज्ञात व्यक्ति अचानक वहां आए और अफगान मौलवी पर कई राउंड फायरिंग की, जिससे उसकी तत्काल मौत हो गई।
मुस्लिम धर्मगुरु की पहचान अफगानिस्तान के शरणार्थी 35 वर्षीय ख्वाजा सैय्यद चिश्ती के रूप में हुई है, जो स्थानीय रूप से ‘सूफीबाबा’ के रूप में लोकप्रिय है और कई धार्मिक समारोहों या मकबरों में प्रचार करता था। अपराध करने के बाद, चारों हमलावर पास में खड़ी एक एसयूवी में फरार हो गए।
इसके हत्या के पीछे का मकसद संभावित रूप से संपत्ति से जुड़ा विवाद माना जा रहा है। हत्यारों की तलाश शुरू कर दी गई है और एसयूवी का पता लगाया जा रहा है। पुलिस ने इस घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है।