त्रिपुरा में लेनिन और तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति तोड़ने के बाद अब दक्षिण कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मुर्ति पर कालिख पोतने का मामला सामने आया है। कोलकाता के कालीघाट इलाके के सीआर दास पार्क में लगी श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। कुछ छात्रों ने मूर्ति को तोड़ने की कोशिश और उस पर कालिख भी पोत दी। मूर्ति तोड़ने के आरोप में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
इससे पहले कोयंबटूर के चिथापुडुर में सुबह 4 बजे बीजेपी कार्यालय पर कुछ अज्ञात लोगों ने पेट्रोल बम फेंका था। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तरह की घटनाओं पर चिंता जताई है। सूत्रों की मानें, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रकार की घटनाओं से काफी आहत हैं। प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्रालय ने भी इस मामले में सख्ती दिखाई है। गृह मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों को इस प्रकार के मामले से सख्ती से निपटने की बात कही गई है। इस मसले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गृहमंत्री से भी बात की है।
दरअसल, ये सारा मामला त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़ने से शुरू हुई है। सबसे पहले साउथ त्रिपुरा डिस्ट्रिक्ट के बेलोनिया सबडिविज़न में रूसी क्रांति के नायक लेनिन की मूर्ति तोड़ी गई। उसके बाद त्रिपुरा के सबरूम इलाके में लेनिन की ही एक छोटी प्रतिमा ढहा दी गई। त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति गिराने के बाद तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आया।
तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में मंगलवार रात समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक ई वी रामासामी पेरियार की मूर्ति कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दी गई। इसके बाद कोयंबटूर में कुछ अज्ञात लोगों ने बीजेपी ऑफिस पर पेट्रोल बम फेंका। हालांकि जब पेट्रोल बम फेंका गया था, उस समय दफ्तर में कोई नहीं था। इसलिए किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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