ओड़िशा में एक मेडिकल छात्रा की कोविड-19 संक्रमण से मौत हो जाने के आठ महीने बाद आखिरकार उसके परिवार को 50 लाख रूपये का मुआवजा मिल गया।यहां इस्पात जनरल अस्पताल में सर्जरी की द्वितीय वर्ष की छात्रा प्रियाश्री मिश्रा (29)पिछले साल सितंबर में इस महामारी की पहली लहर के दौरान अपनी सेवाएं देते हुए संक्रमित हुई और उसकी मौत हो गयी।
कोरोना योद्धा’ होने के बावजूद उसके परिवार को तब प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत चिकित्साकर्मियों से संबंधित स्वास्थ्य बीमा का लाभ नहीं मिला।आरएसपी पी आर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राउरकेला इस्पात संयंत्र के प्रबंधन एवं उसके सहयोगी इस विषय में लगे रहे और आखिरकार उसके परिवार को 50 लाख रूपये का चेक देने का फैसला किया गया।
आरएसपी कार्यकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष बिमल बिसी ने कहा, ‘‘ यदि उसके परिवार को मुआवजा नहीं मिलता तो यह उसके प्रति बहुत ही असम्मान होता। ’’बिहार के नालंदा की प्रियाश्री पिछले साल 22 सितंबर को इस बीमारी से ग्रस्त हो गयी थी और पांच दिन बाद उसकी मृत्यु हो गयी थी। सुंदरगढ़ जिला प्रशसन ने उसके अंतिम संस्कार में उसे गार्ड ऑफ ऑनर सम्मान दिया था ।प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत स्वास्थ्यकर्मियों के परिवार के लिए कोविड-19 के चलते उनके समक्ष गंभीर स्थिति पैदा होने पर 50 लाख रूपये के बीमा कवर का प्रावधान है।