उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से जारी नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया । मुख्यमंत्री रावत शाम चार बजे के बाद राजभवन पहुंचे और राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा । त्यागपत्र देने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए रावत ने कहा कि कल सुबह 10 बजे पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है जहां नए नेता का चुनाव किया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि विगत 4 वर्षों से BJP ने मुझे CM के रूप में उत्तराखंड में सेवा करने का मौका दिया। ये मेरा सौभाग्य रहा है। मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि पार्टी मुझे इतना बड़ा सम्मान देगी। पार्टी ने संयुक्त रूप से ये निर्णय लिया कि मुझे अब किसी और को ये मौका देना चाहिए। मैंने अभी अपना त्याग पत्र राज्यपाल को सौंप कर आया हूं। कल BJP मुख्यालय पर विधानमंडल दल की बैठक है। सभी विधायक वहां मौजूद रहेंगे।
उन्होंने कहा कि 7- 8 परिवार वाले एक छोटे से गांव में मैं पैदा हुआ। मेरे पिता एक पूर्व सैनिक थे। बीजेपी में ही यह संभव था कि एक छोटे से गांव के अति साधारण परिवार के एक पार्टी के कार्यकर्ता को इतना सम्मान दिया और 4 साल मुझे सेवा करने का मौका दिया।
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण, बच्चों की शिक्षा, किसानों के लिए हमने नए-नए कार्यक्रम बनाए और यह मौका बीजेपी ने उन्हें दिया। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बीजेपी में जो भी फैसले होते हैं वह सामूहिक विचार के बाद होते हैं इस्तीफा देने का कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसके लिए आपको दिल्ली जाना पड़ेगा और यह सवाल आपको पार्टी आलाकमान से पूछना होगा।