केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के खिलाफ दिए गए अपने कथित बयान का मंगलवार को बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसी टिप्पणी कर कोई अपराध नहीं किया है। मामले में उनकी गिरफ्तारी की अटकलों के बीच राणे ने कहा कि वह कोई ‘‘आम’’ आदमी नहीं हैं और इस तरह की खबरों के खिलाफ उन्होंने मीडिया को आगाह किया।
राणे ने कोंकण क्षेत्र के चिपलुन में पत्रकारों से कहा, ‘‘ मैंने कोई अपराध नहीं किया है। आप खबरों का सत्यापन कर उन्हें टीवी पर दिखाएं नहीं तो मैं आपके (मीडिया के) खिलाफ मामला दर्ज कराऊंगा। कोई अपराध ना करने के बावजूद मीडिया में मेरी ‘‘आसन्न’’ गिरफ्तारी की अटकलें लगाई जा रही हैं। आपको क्या लगता है कि मैं कोई आम आदमी हूं?’’ शिवसेना कार्यकर्ताओं के उनके खिलाफ मामला दर्ज कराने के सवाल पर राणे ने कहा, ‘‘ शिवसेना कौन?’’
गौरतलब है कि राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं। इसी संदर्भ में मंत्री ने कथित विवादित बयान दिया। राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा था, ‘‘ यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।’’
राणे ने दावा किया था कि 15 अगस्त को जनता को संबोधित करते समय ठाकरे यह भूल गए थे कि आजादी को कितने साल पूरे हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भाषण के बीच में वह अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में गए और फिर, 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।