मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी घटनाक्रमों के बीच कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग ने अचानक इस्तीफा दे दिया। डंग के इस्तीफे के बाद राज्य में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बीच बैठकों का दौर मुख्यमंत्री निवास पर देर रात तक चला। इसके चलते कमलनाथ सरकार जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है।
गौरतलब है कि भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी भी मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर कमलनाथ से मुलाकात की। जिसके बाद भाजपा विधायक के इस्तीफे की भी खबर उड़ गयी। हालांकि नारायण त्रिपाठी ने इस्तीफे की बात से बाद में इंकार कर दिया और कहा कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र मैहर के विकास के संबंध में मुख्यमंत्री से मिलने गए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऐसा माना जा रहा है कि मैहर विधायक शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल होंगे।
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बीजेपी के विधायक शरद कौल ने भी मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सरकार पूरी तरह से सुरक्षित है और वह पूरे पांच साल चलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से भाजपा लगाकर दावा कर रही है कि यह सरकार नहीं चलने वाली लेकिन पिछले चौदह माह से सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को कोई संकट नहीं है और मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार अपने पांच वर्ष पूरे करेगी।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार होना चाहिए, लेकिन विधानसभा के बजट सत्र के बाद। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने अपने कार्यकाल के दौरान ई टेंडरिंग और अन्य कई घोटाले किए। अब इन पर कार्रवाई प्रारंभ हुई है। इसलिए भाजपा नेता डरे हुए हैं और वे सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केपी सिंह, आदिवासी नेता बिसाहूलाल सिंह और सुमावली के विधायक ऐदल सिंह कंसाना को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकते है क्योंकि ये दिग्विजय सरकार में भी मंत्रिमंडल में रहे थे।
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कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे को लेकर दिग्विजय ने कहा कि डंग का इस्तीफा नहीं स्टेटमेंट है। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों का विवेक है और वह अपने विवेक से काम कर रहे हैं। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने किसानों के ऋण माफ किए। बिजली के बिल काफी कम कर दिए और भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।