रुड़की : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान (एनआइएच) रुड़की के साथ सहमति करार किया है। इसके तहत दोनों संस्थानों ने जलविज्ञान, जल संसाधन और संबद्ध विज्ञानों पर केंद्रित उत्कृष्ट मानव संसाधन के विकास के लिए एक मौलिक केंद्र बनाने का निर्णय लिया है। यह सहमति करार तीन वर्षों के लिए मान्य होगा और आपसी सहमति से इसे विस्तार भी दिया जा सकता है।
इस करार पर हस्ताक्षर कार्यक्रम के दौरान आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि इस करार से दोनों संस्थानों के बीच शोध के सहयोग बढ़ेंगे। हम लंबे समय से इस दिशा में कार्यरत थे। वहीं एनआइएच के निदेशक शरद कुमार जैन ने कहा कि जलविज्ञान एवं जल संसाधन में शोध एवं विकास की रुड़की की लंबी और उत्कृष्ट परंपरा रही है।
इसके अलावा एनआइएच के शोध एवं विकास प्रोजेक्ट पर पूर्ण कालिक कार्यरत नियमित वैज्ञानिक और शोध के विद्यार्थी आईआईटी रुड़की में एमटेक एवं पीएचडी के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। उधर, दोनों संस्थानों ने इस आपसी साझेदारी के समन्वयन और निगरानी के उद्देश्य से पहले ही समिति का गठन कर दिया है।