राज्यसभा सदस्य अहमद पटेल ने शनिवार को आरोप लगाया कि नर्मदा बांध से अचानक पानी छोड़े जाना गुजरात के भरूच जिले में बाढ़ का कारण बना, जिसे टाला जा सकता था। उन्होंने इस ''कुप्रबंधन'' के लिए जिम्मेदारी तय करने की मांग की।
अगस्त के अंतिम सप्ताह में सरदार सरोवर बांध से अत्याधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने के चलते बाढ़ के हालात बनने से भरूच के अधिकारियों को करीब 9,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजे जाने को मजबूर होना पड़ा था।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को लिखे पत्र में पटेल ने आरोप लगाया कि भरूच जिले में आयी बाढ़ ''पृथम दृष्टया सरदार सरोवर बांध के घटिया प्रबंधन का नतीजा जान पड़ती है।'' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने पत्र में कहा कि बांध के पानी के बहाव की असाधारण वृद्धि से ''पूरी तरह से बचा जा सकता था'' क्योंकि भारी वर्षा के बारे में पर्याप्त जानकारी थी और केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने नदी के स्तर में आसन्न वृद्धि के बारे में चेतावनी दी थी।
उन्होंने आरोप लगाया, '' बांध संचालकों ने गैर-नियोजित और तदर्थ आधार पर कार्रवाई करने का विकल्प चुना और संक्षिप्त समयावधि में भारी मात्रा में पानी छोड़ा।'' पटेल ने कहा कि इसके कारण जान-माल का नुकसान हुआ और पानी की भी बर्बादी हुई।