असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के एक और नेता मुफ्ती मोहम्मद इस्माईल ने सोमवार को मालेगांव में विवादित बयान दिया। मुफ्ती ने कहा कि शहर में गोलीबारी की घटना हुई, कोई एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की गई? … अगर यह हमारे पास आता है तो पुलिस विभाग को ध्यान देना चाहिए कि यदि हम शांति बनाए रखना जानते हैं तो हम यह भी जानते हैं कि शांति कैसे चली जाएगी। हमने चूड़ियां नहीं पहनी हैं।
जब मोहम्मद इस्माईल के इस बयान पर काफी आलोचना की गयी तब उन्होंने अपने तरफ से सफाई दी । उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत समझा गया। इस्माईल ने कहा, “यह बयान मैंने अपने शहर के संदर्भ में कहा था। यह महाराष्ट्र या भारत से जुड़ा नहीं है। मैंने हमारे लोगों (रिजवान खान) के घर के करीब हुई गोलीबारी के संदर्भ में यह बात कही। इस संदर्भ में मैंने कहा कि हम प्रसाशन को शांति बनाए रखने में मदद करते हैं। अगर हम ऐसा करना छोड़ दें तो शांति बाधित होगी।”
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बता दें इससे पहले एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने कर्नाटक के गुलबर्गा में एक विवादित बयान दिया। पठान ने कहा था कि मुसलमानों की संख्या अभी 15 करोड़ है, लेकिन ये 15 करोड़ 100 करोड़ पर भारी हैं, अगर 15 करोड़ साथ में आ गए, तो सोच लो 100 करोड़ का क्या होगा?