ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल- मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने के विषय पर वहां के अपने नेताओं के साथ चर्चा करेगी।
पश्चिम बंगाल में एआईएमआईएम के अगला विधानसभा लड़ने के सवाल पर हैदराबाद के सांसद ने पत्रकारों से कहा कि पार्टी अपनी पश्चिम बंगाल इकाई के साथ बैठक कर रही है। उन्होंने कहा कि हम बातचीत करेंगे और उनसे फीडबैक मिलने के बाद किसी निर्णय पर पहुंचा जाएगा एवं उससे आपको अवगत करा दिया जाएगा।
जब उनसे यह प्रश्न किया गया कि क्या एआईएमआईएम सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ गठजोड़ करेगी तो उन्होंने कहा, ‘‘ पहले मुझे पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई से बात तो करने दीजिए।’’
वृहद हैदराबाद नगर निगम (जीएमएचसी) के चुनाव में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) द्वारा एआईएमआईएम के साथ कोई चुनावी गठजोड़ नहीं करने के सवाल पर ओवैसी ने कहा, ‘‘ हां, अब टीआरएस से कोई गठबंधन नहीं है। हम कुछ सीटों पर टीआरएस के विरूद्ध लड़ रहे हैं जहां एआईएमआईएम ताल ठोक रही है।’’
उन्होंने उम्मीद जतायी कि पार्टी के पार्षदों द्वारा किये गये अच्छे कामों के आधार पर एआईएमआईएम जीएचएमसी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने एक दिसंबर के होने वाले इस नगर निकाय चुनाव को सांप्रदायिक रंग देने की कथित रूप से कोशिश को लेकर भाजपा पर हमला किया।
उन्होंने सवाल किया कि जब अक्टूबर में हैदराबाद बाढ़ से परेशान था तब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उसे क्या वित्तीय सहायता दी। जब ओवैसी से कुछ भाजपाशासित राज्यों द्वारा ‘लव जिहाद’ के विरूद्ध कानून लाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का भयंकर उल्लंघन होगा और उन्हें संविधान को पढ़ने की जरूरत है।
उन्होंने सवाल किया कि क्या आप विशेष विवाह अधिनियम रद्द कर देंगे। एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि कोविड-19 के चलते युवकों की नौकरियां चली गयी, अर्थव्यवस्था गिरी हुई है, लोग और गरीब हो गये हैं वहीं इन बातों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल कर रही है जो उसकी ‘ड्रामेबाजी’ है।