नैनीताल : नंदा देवी अभियान पर गये लापता विदेशी पर्वतारोहियों को ढूंढने के लिये चलाये जा रहे अभियान में वायुसेना भी शामिल होगी और इसके लिए वायुसेना का एक एमआई-17 हेलीकाप्टर पिथौरागढ़ पहुंच गया। हेलीकाप्टर ने नंदा देवी पर्वतमालाओं की रेकी की। शनिवार को कुछ पर्वतारोहियों को नंदा देवी के द्वितीय आधार शिविर पर उतारा जाएगा। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डा। विजय जोगदंडे के अनुसार वायुसेना के हेलीकाप्टर ने आज नंदा देवी ट्रैक का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान वायुसेना को कुछ सफलता मिली है।
वायुसेना की ओर से एक ऐसा सुरक्षित स्थान तलाश किया गया है जहां भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के पर्वतारोही जाबांजों को उतारा जा सकेगा। यह सुरक्षित स्थान नंदा देवी आधार शिविर द्वितीय से कुछ दूरी पर स्थित है। इसी स्थान पर बचाव टीमों को शनिवार को पहुंचाया जाएगा। यही नहीं हेलीकाप्टर के माध्यम से उपकरणों और रसद सामग्री को भी पहुंचाया जाएगा। इस अभियान में शामिल होने वाले आईटीबीपी के कुछ पर्वतारोही पहले ही नंदा देवी के लिये कूच कर गये हैं। वे मुनस्यारी से पहले बुगडियार पहुंचे और उसके बाद उनकी नंदा देवी के पहले आधार शिविर पहुंचन की योजना थी।
अभियान में शामिल होने वाले अन्य सदस्यों को शनिवार को हेलीकाप्टर से द्वितीय आधार शिविर में उतारा जाएगा। आईटीबीपी की अगुवाई में चलाये जा रहे इस अभियान में कुल 32 सदस्य हैं। श्री जोगदंडे ने बताया कि 22 दिनों तक चलाये जाने वाला यह अभियान आईटीबीपी की अगुवाई में चलाया जाएगा। दल के सदस्य कुछ दिनों तक नंदा देवी के आधार शिविर पर रूकेंगे और उच्च हिमालयी क्षेत्र के अनुकूल अपने को तैयार करेंगे। इसके बाद अलग अलग समूहों में अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में पूरी तरह से आधुनिक उपकरणों व संचार तंत्र का उपयोग किया जाएगा।