कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को लेकर लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच हनुमान जयंती और शब-ए-बारात के मौके पर महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने मंगलवार को हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों से घरों से कोरोना वायरस के प्रसार से बचने के लिए बाहर न निकलने की अपील की है।
उन्होंने हनुमान जयंती से एक दिन पहले लोकप्रिय धर्म ग्रंथ रामायण के एक कार्यक्रम का हवाला देते हुए लोगों से कहा कि वह अपने घरों से बाहर नहीं निकलें बल्कि कोरोना वायरस के प्रसार से बचने के लिए घरों में ही रहें। अजित पवार ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से भी अपील की कि वह बुधवार को घरों में ही नमाज अदा कर शब-ए-बारात मनायें।
पवार के हवाले से सरकारी बयान में कहा गया है, आज लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए किसी को भी (घर से बाहर निकल कर) पहाड़ पर चढने की आवश्यकता नहीं है। इसके बदले हनुमान जयंती के मौके पर उन्हें अपने घर में ही रहना चाहिए ताकि कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सके।
महाराष्ट्र में कोविड-19 के 23 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या हुई 891
महाकाव्य रामायण के प्रसंग के अनुसार, जब भगवान राम के अनुज लक्ष्मण को रावण के पुत्र मेघनाद ने शक्ति बाण मारा था, तो घायल लक्ष्मण को जीवनदायी दवा देने के लिए हनुमान को संजीवनी बूटी लाने के लिए कहा गया था। संजीवनी की पहचान कर पाने में असमर्थ हनुमान समूचे पवर्त को ही उठा ले आये थे।
विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर लोगों को शुभकामनायें देते हुए पवार ने कहा कि अगली सूचना तक लोगों को अपने घरों में ही रह कर अपने त्यौहार मनाना चाहिए। यह देखते हुए कि सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कुछ क्षेत्रों को सील कर दिया है,पवार ने कहा कि इसका उल्लंघन करने वालों को जेल भेजा जाएगा।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में मंगलवार को 23 और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 891 पर पहुंच गई है। वहीं राज्य में अब तक 53 लोगों की इस महामारी के चलते मौत हो चुकी है।