देश में आज से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है। वैक्सीन की किल्लत के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि आज हमारे पास 45 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को टीका लगाने के लिए टीके नहीं हैं।
देश में चल रहे टीकाकरण अभियान के बीच उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने शनिवार को कहा, हमने आज के लिए एक बड़ी योजना बनाई थी लेकिन हमें केवल 3 लाख खुराक मिली। उसमें से 20,000 पुणे को दी गई हैं। आज हमारे पास 45 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को टीका लगाने के लिए टीके नहीं हैं। इसलिए पुणे जिले में टीकाकरण केंद्र अगले 2 दिनों के लिए बंद हैं।
उन्होंने कहा, राज्य की राय है कि हम यथासंभव अधिक से अधिक टीके खरीदेंगे। पहली लहर के दौरान भारत सरकार पर दबाव पड़ा ,महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में मामले सामने आए लेकिन अब अन्य राज्य भी प्रभावित हुए। कई राज्यों से ऑक्सीजन और अन्य चीजों की मांग है।
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा, “हमने एक कैबिनेट मीटिंग में फैसला लिया था कि 18 से 44 साल के लोग 1 मई से टीकाकरण शुरू कर देंगे। महाराष्ट्र में इस आयु वर्ग में 5.71 करोड़ लोग हैं और हमें लगभग 12 करोड़ लोगों को टीका लगाना है। 6.5 करोड़ वैक्सीन की खुराक खरीदी जानी थी और हमने उस खरीद को मंजूरी दे दी थी। राज्य का वित्त विभाग एक बार में भुगतान को मंजूरी देने के लिए तैयार है।”
उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से कहा था कि उनके लिए इतनी बड़ी मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराना मुश्किल था। उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीन की पर्याप्त खुराक की खरीद के लिए राज्य सरकार ने भारत बायोटक को भी ऑर्डर दिए हैं।
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उन्होंने कहा, “अदार पूनावाला ने सीएम को बताया कि बड़े स्टॉक में वैक्सीन देना मुश्किल है। हमने भारत बायोटेक के साथ भी बुकिंग की है। हम जल्द से जल्द टीकाकरण कराने की कोशिश कर रहे हैं।” डिप्टी सीएम ने कहा, “अन्य देशों से टीके आयात करने के लिए हम केंद्र सरकार की अनुमति लेने की भी कोशिश कर रहे हैं। रूस से टीके आज प्राप्त किए जाएंगे, लेकिन इसकी कीमत अभी तक स्पष्ट नहीं है।”
गौरतलब है कि देश में आज से टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है। इसमें 18-44 आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन दी जानी है। कुछ राज्यों ने टीकों की कमी की बात कही है। इस कारण 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण शुरू करने में असमर्थता व्यक्त की है।