गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद कुमार सावंत के नेतृत्व में एक सर्वदलीय शिष्टमंडल ने महादयी नदी पर कलासा बंदूरी परियोजना के लिये कर्नाटक को पर्यावरण मंजूरी देने के सिलसिले में सोमवार को नयी दिल्ली में पर्यवारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की। गोवा और कर्नाटक के बीच महादयी नदी के जल वितरण को लेकर विवाद चल रहा है और कलासा बंदूरी परियोजना का उद्देश्य महादयी नदी के जल को मोड़कर उसे उत्तरी कर्नाटक के तीन जिलों में पहुंचाना है।
हालांकि, पर्यावरण मंजूरी की स्थिति को लेकर अभी असमंजस है क्योंकि मुख्यमंत्री सावंत ने इससे पहले कहा था कि केन्द्र की ओर से ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया। वहीं, जावड़ेकर ने मंजूरी की घोषणा से जुड़ा अपना ट्वीट बाद में हटा दिया था। शिष्टमंडल में गोवा के जल संसाधन मंत्री फिलिप नेरी रोड्रिग्स, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के नेता सुदीन धावलीकर और राकांपा नेता चर्चिल अलेमाओ शामिल थे।
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कामत ने कहा, ‘मैंने जावड़ेकर से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि गोवा के साथ अन्याय न हो। मैंने स्वीकृति पत्र (कथित रूप से कर्नाटक को दिये गए) को तत्काल वापस लेने की मांग की। हमने उनके मंत्रालय को ध्यान दिलाया कि महादयी नदी विवाद अदालत में लंबित है।’ गोवा के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जावड़केर से मुलाकात के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया। हालांकि, राज्य सरकार के एक अधिकारी ने दावा किया कि बातचीत ‘सार्थक’ रही।