पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को कहा कि सभी शरणार्थियों को सीएए के तहत नागरिकता दी जाएगी । उन्हीं की पार्टी के नेता राहुल सिन्हा ने यह आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया कि पार्क सर्कस और शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोग ‘बांग्लादेशी मुसलमान’ हैं।
दक्षिण दिनाजपुर जिले के बुनियादपुर में संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में आयोजित एक रैली में घोष ने कहा कि शरणार्थियों को अब उनकी नागरिकता मिलेगी जिसकी वे वर्षों से मांग करते आ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता लोगों को धमकी दे रहे हैं कि एनआरसी शुरू होने पर वे उसमें हिस्सा नहीं लें। उन्होंने कहा कि लेकिन फार्म तो भरना ही होगा, चाहे ऑफलाइन भरे या ऑनलाइन।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ जब हमने यह कानून (सीएए) पारित किया है हम निश्चित ही हर शरणार्थी को नागरिकता देंगे ही।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ वे कबतक विरोध करते रहेंगे, यदि तृणमूल के कार्यकर्ता इस प्रक्रिया को रोकने की कोशिश करते हैं तो राज्य के लोग विरोध करेंगे।’’
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने यहां पार्क सर्कस ग्राउंड और दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए, एनआसी और प्रस्तावित एनपीआर के विरोध में जुटे लोगों को ‘बांग्लादेशी मुसलमान’ करार दिया। उन्होंने यहां कहा, ‘‘ पार्क सर्कस और शाहीन बाग में बैठे लोग बांग्लादेशी मुसलमान हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग अवैधरूप से भारत में घुस आये और अब वे समृद्ध जीवन जी रहे हैं।
सिन्हा ने कहा, ‘‘ जो लोग देश को तोड़ना चाहते हैं, वे शाहीन बाग से बोल रहे हैं।’’
इस पर वाममोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने कहा कि राहुल सिन्हा जैसे भाजपा नेताओं को ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान देने से परहेज करना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि जो लोग संविधान द्वारा दिये अधिकारों को बनाये रखने के पक्ष में खड़े होंगे, क्या उन्हें राष्ट्रविरोधी करार दिया जा सकता है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जो भी भाजपा के खिलाफ जाता है उसे राष्ट्रविरोधी करार दिया जाता है।
पश्चिम बंगाल की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने भी कहा कि भाजपा का विरोध करने वालों को भारत विरोधी करार दिया जा रहा है।