केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को उद्योग जगत से पूर्वोत्तर में निवेश करने का आह्वान किया और कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए अनुकूल माहौल बनाया है।
पूर्वोत्तर में शांति बहाल हुई है, उग्रवाद समाप्त हुआ – अमित शाह
इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के वार्षिक सत्र को डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि पिछले सात वर्षों में पूर्वोत्तर में शांति बहाल हुई है, उग्रवाद समाप्त हुआ है और क्षेत्र के सभी आठ राज्यों में राजनीतिक स्थिरता है। शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर में बड़े पैमाने पर विकास कार्य चल रहे हैं, बुनियादी ढांचे में काफी सुधार हुआ है, सड़क, रेल और हवाई संपर्क में भी सुधार हुआ है। 2024 तक केंद्र सरकार पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों की राजधानियों को हवाई मार्ग से जोड़ेगी, इन आठ राज्यों की राजधानियों में से सात को रेल संपर्क से जोड़ा जाएगा और सड़कों का एक नेटवर्क चालू है।
Addressing a session on ‘Bharat at 75- Empowering North East India’ at the Annual Session and AGM of the Indian Chamber of Commerce (@indianchamber15) via video conferencing. Watch live! https://t.co/QjwI0nJVQQ
— Amit Shah (@AmitShah) November 25, 2021
पूर्वोत्तर में निवेश नए अवसर लेकर आएगा – गृह मंत्री
शाह ने कहा, ‘‘पूर्वोत्तर में निवेश करने, पूर्वोत्तर को सशक्त बनाने, पूर्वोत्तर को आगे बढ़ाने तथा पूर्वोत्तर को देश के विकास पथ पर लाने का समय आ गया है।’’ गृह मंत्री ने कहा कि वह समझते हैं कि निवेश करना किसी भी व्यवसायी के लिए एक बड़ा मुद्दा है लेकिन सरकार ने उचित बुनियादी ढांचे के साथ पूर्वोत्तर में निवेश का माहौल बनाया है। उन्होंने उद्योग जगत को आश्वासन दिया कि यदि वे क्षेत्र में निवेश करने आएंगे तो सभी राज्य सरकारें सहयोग करेंगी। शाह ने कहा कि पर्यटन, सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि और जैविक खाद्य जैसे क्षेत्रों में अवसर हैं, जिन्हें उद्योग पूर्वोत्तर में तलाश सकते हैं।
उन्होंने कहा कि 2024-25 तक भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और वैश्विक ‘पावर हाउस’ बनाने का प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण तभी सफल होगा जब पूरे पूर्वी क्षेत्र को देश के बाकी हिस्सों के बराबर विकसित किया जाएगा।