पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि दार्जीलिंग ने देश की आजादी के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। आजादी के बाद कांग्रेस, कम्यूनिस्ट और अब ये दीदी इन्होंने दार्जीलिंग के विकास पर फुल स्टाप लगा दिया।
उन्होंने कहा कि हम चाय बागान के श्रमिकों का वेतन बढ़ाकर 350 रुपए तक करेंगे। दार्जिलिंग में पीने के पानी की समस्या है, उसे दूर करने लिए हम 600 करोड़ रुपए निवेश करेंगे। उत्तर बंगाल के अंदर केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना करेंगे। अमित शाह ने कहा कि दार्जिलिंग से मैं कह कर जाता हूं कि बंगाल में भाजपा सरकार बनने के बाद आंदोलन के जितने भी मुकदमें किसी भी गोरखा भाई पर है, सबके सब एक सप्ताह के अंदर वापस लेने का काम भाजपा करेगी।
उन्होंने कहा कि चाय बागान श्रमिकों के साथ बंगाल में बहुत शोषण हुआ। चाय बागानों के मजदूरों का वेतन हम बढ़ाकर 350 रुपये तक ले जाने का हमारा संकल्प है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि बंगाल चुनाव हम सभी की एक प्रकार से परीक्षा है। भाजपा और गोरखा की एकता को तोड़ने का घिनौना प्रयास TMC और दीदी ने किया है। दीदी और TMC को मुंहतोड़ जवाब देना है। उनको समझाना है कि ऐसे जुल्म करके आप हमें तोड़ नहीं सकती।
शाह ने कहा, ‘‘मैं वादा करता हूं कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार – एक केंद्र में और दूसरी बंगाल में- गोरखा समस्या का स्थायी राजनीतिक समाधान निकाल लेगी। आपको अब प्रदर्शनों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।’’ हालांकि, केंद्रीय मंत्री ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह किस समस्या की बात कर रहे हैं। गोरखा समुदाय बहुत समय से एक अलग राज्य की मांग कर रहा है और पिछले कुछ वर्षों में कई आंदोलन भी किए गए।
गोरखा समुदाय को भारत का गौरव बताते हुए शाह ने कहा कि कोई उन्हें नुकसान नहीं पहुंचा सकता। उन्होंने कहा, ‘‘अभी के लिए राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करने की कोई योजना नहीं है। अगर ऐसा कुछ होता भी है तो गोरखा समुदाय को इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है।’’ शाह ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में विकास कार्य पर ‘‘पूर्ण विराम’’ लगा दिया है और कहा कि यह वह स्थान है जहां सत्तारूढ़ टीएमसी के नेता फुर्सत में आते हैं।
बनर्जी हाल के दिनों में कई बार दार्जिलिंग आई थीं लेकिन उन्होंने क्षेत्र की तीन विधानसभा सीटों के लिए कोई प्रचार नहीं किया। क्षेत्र में 17 अप्रैल को मतदान होगा। शीर्ष भाजपा नेता ने दावा किया कि टीएमसी सु्प्रीमो ने ‘‘कुछ’’ गोरखाओं के खिलाफ आपराधिक मामला चलवाकर भाजपा और गोरखा समुदाय के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को खराब करने की कोशिश की।
शाह ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘दीदी ने कई की हत्या करवाई और कई के खिलाफ मामले चलवाए। भाजपा सत्ता में आने के बाद, ऐसे लोगों के अपराध क्षमा करेगी।’’ भाजपा के पूर्व सहयोगी, जीजेएम नेता बिमल गुरुंग 2017 में हिंसक आंदोलन का कथित तौर पर नेतृत्व करने के बाद उनके खिलाफ लगाए गए कई आपराधिक आरोपों के बाद बहुत दिन तक छिपे रहे थे। पिछले साल अक्टूबर में सामने आने के बाद उन्होंने टीएमसी से हाथ मिला लिया था। राज्य प्रशासन ने इनमें से कुछ मामलों को वापस लेने के लिए अब अदालत का रुख किया है