केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में आयोजित एक चुनाव रैली में कहा कि घुसपैठिए हमारे युवाओं की नौकरियां छीन रहे हैं, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल, कांग्रेस घुसपैठियों को रोक नहीं सकते। तेहट्टा में एक रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि हम नए वर्ष (बंगाली नववर्ष) में प्रवेश कर चुके हैं और 2 मई को दीदी की विदाई के साथ ही सोनार बांग्ला के नए युग में भी प्रवेश करने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि जो 70 साल से यहां आए हैं, वो अपने ही देश में शरणार्थी का जीवन जी रहे हैं, उनको भाजपा नागरिकता देने का काम करेगी। नागरिकता पाने वाले शरणार्थियों के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में 100 करोड़ का फंड बनाया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को ‘पर्यटक राजनेता’ बताया और कहा कि भाजपा का डीएनए ‘‘विकास, राष्ट्रवाद और आत्मनिर्भर भारत’’ है।
अमित शाह ने कहा कि हमारे देश में एक पर्यटक नेता हैं, पूरा चुनाव हो गया राहुल बाबा दिखाई नहीं पड़े। अभी एक सभा करके गए और उन्होंने कहा कि बीजेपी का DNA कैसा है। राहुल बाबा मैं हमारे DNA का परिचय करा देता हूं, D फॉर डेवलेपमेंट, N फॉर नेशनलिजम और A फॉर आत्मनिर्भर भारत। उन्होंने कहा कि दीदी मतुआ, नामशूद्र समुदाय के लोगों को नागरिकता देने की इच्छुक नहीं है क्योंकि उनका वोटबैंक यह नहीं चाहता है, भाजपा इन सभी को नागरिकता देगी।
राज्य में बुधवार को पहली दो चुनावी रैलियों को संबोधित करने वाले राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए शाह ने उन्हें “पर्यटक नेता” बताया। कांग्रेस यहां वाम दलों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है जबकि केरल में उनकी पार्टी वाम दलों के खिलाफ चुनाव लड़ रही है। शाह ने कहा, “लगभग पूरा चुनाव खत्म होने के बाद बंगाल में एक पर्यटक नेता आए हैं और हमारे डीएनए पर सवाल उठा रहे हैं। भाजपा का डीएनए विकास, राष्ट्रवाद और आत्मनिर्भर भारत है।”
तृणमूल कांग्रेस में “वंशवाद की राजनीति” पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि भाजपा बंगाल में किसानों के लिये प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना लागू करना चाहती है, “दीदी सिर्फ भाइपो (भतीजा) सम्मान निधि चाहती हैं।” भाजपा नेता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से सांसद अभिषेक बनर्जी पर सरकारी तंत्र पर “अनावश्यक प्रभाव” डालने और “वसूली सिंडिकेट” चलाने को लेकर आरोप लगाते रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा, “दो मई (मतगणना का दिन) को जनादेश आने के बाद, कट मनी लेने के लिये कोई नहीं बचेगा और सिंडिकेट की सरकार यहां नहीं रहेगी, भाइपो के लिये काम करने वाली सरकार चली जाएगी।” शाह ने टीएमसी सरकार पर “घुसपैठियों को रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाया जिन्होंने युवाओं की नौकरी और गरीबों के खाने पर कब्जा कर लिया।”
उन्होंने कहा, “अवैध आव्रजकों को छोड़िए, सीमा पार से एक परिंदे को भी बंगाल की सीमा में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। न तो टीएमसी, न वामदल और न ही कांग्रेस…सिर्फ भाजपा घुसपैठ रोक सकती है।” उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेश की सीमा से लगने वाले नादिया जिले की जनसांख्यिकी घुसपैठ के कारण बदल गयी है।