केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने एक बार फिर विवादित बयान देकर चर्चा में आ गए है। अनंत कुमार हेगड़े ने रविवार को ताजमहल और ‘हिंदू लड़कियों की सुरक्षा’ पर बयान दिया। कर्नाटक के कोडागू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए हेगड़े ने कहा कि कोई भी हाथ अगर हिंदू लड़की को छूता है तो वह हाथ नहीं बचना चाहिए।
केंद्रीय कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री राज्यमंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने कहा, ‘हमें समाज की प्राथमिकताओं के बारे में दोबारा सोचना चाहिए। हमें जाति के बारे में नहीं सोचना चाहिए। अगर कोई हिंदू लड़की को छूता है तो वह हाथ नहीं रहना चाहिए।’ साथ ही ताजमहल पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘ताजमहल मुस्लिमों ने नहीं बनाया था।
इतिहास इसका गवाह है कि इसका निर्माण मुस्लिमों ने नहीं करवाया था। शाहजहां ने अपनी जीवनी में कहा है कि उन्होंने यह जमीन राजा जयसिम्हा से खरीदी थी। एक शिव मंदिर है, जिसे राजा परमतीर्थ ने बनवाया था, जिसका नाम तेजो महालया था। तेजो महालया का नाम बदलकर ताजमहल कर दिया गया। अगर हम सोते रहे तो हमारे ज्यादात्तर घरों के नाम मंजिल हो जाएंगे। भविष्य में भगवान राम को जहांपनाह और सीता को बीबी के नाम से बुलाया जाएगा।
ऐसा पहली बार नहीं है जब अनंत कुमार हेगड़े ने इस तरह का कोई बयान दिया हो। उन्होंने दो जनवरी को सबरीमाला मंदिर के मुद्दे को लेकर केरल सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि उन्होंने सरकार के इस मामले को संभालने की तुलना हिंदुओं के साथ ‘दिन दहाड़े रेप’ से की थी। वहीं साल 2017 में उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि बीजेपी ‘संविधान बदलने के लिए’ सत्ता में आई है।
कोप्पल जिले एक कार्यक्रम के दौरान हेगड़े ने कहा था, ‘लोग धर्मनिरपेक्ष शब्द से इसलिए सहमत हैं, क्योंकि यह संविधान में लिखा है। संविधान बहुत पहले बदल दिया जाना चाहिए था और अब हम इसे बदलने जा रहे हैं। जो लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं, वे बिना माता-पिता से जन्मे की तरह हैं।