हरिद्वार : सहायक गन्ना आयुक्त के दफ्तर में बातचीत के दौरान किसानों ने उत्तम शुगर मिल के महाप्रबंधक को थप्पड़ जड़ दिए, जिससे हंगामा खड़ा हो गया। दरअसल, किसान चाहते थे कि मिल में ट्रॉलियों से ओवरलोडेड गन्ना न उतरवाया जाए। महाप्रबंधक ने तैश में आकर हर हाल में ओवरलोडेड गन्ना उतारने की चेतावनी दे डाली। जिससे किसानों का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। गुस्साए किसानों ने सहायक गन्ना आयुक्त के सामने ही जीएम को दनादन थप्पड जड़ दिए। बाद में सहायक गन्ना आयुक्त ने बीच-बचाव किया।
भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के जिलाध्यक्ष विकेश चौधरी और गन्ना विकास समिति लिब्बरहेड़ी के चेयरमैन कुलदीप चौधरी करीब 60 किसानों के साथ सहायक गन्ना आयुक्त के ज्वालापुर स्थित दफ्तर में वार्ता को पहुंचे। किसानों ने गन्ना भुगतान व मिल में पहुंचने वाले ओवरलोडेड गन्ने को ट्रॉली और बोगियों से न उतारने की मांग की और बाहरी गन्ने पर भी रोक लगाने की मांग की। इस दौरान उत्तम शुगर मिल लिब्बरहेडी के महाप्रबंधक लोकेंद्र लांबा भी कार्यालय में पहुंच गए। वार्ता के दौरान किसानों और महाप्रबंधक में नोकझोंक हो गई। पहले तो समझा बुझाकर महाप्रबंधक को बाहर भेज दिया, लेकिन दोबारा फिर से महाप्रबंधक वार्ता में शामिल हो गए।
इस दौरान महाप्रबंधक ने किसानों को कहा कि वह मिल में किसी भी हालत में ओवर लोडिंग गन्ना नहीं तुलने देंगे। जिससे किसानों का पारा चढ़ गया और किसानों ने कई थप्पड़ जीएम को रसीद कर दिए। किसानों ने कहा कि इन दिनों गन्ने की कटाई कर खेत खाली करने हैं और मिल गन्ना नहीं खरीदेंगा तो वह कहां जाएं। बमुश्किल सहायक गन्ना आयुक्त ने किसानों को थामा और समझा-बुझाकर मामला शांत किया। इसके बाद महाप्रबंधक को वापस मिल में भेज दिया।
बाद में किसानों ने सहायक गन्ना आयुक्त शैलेंद्र सिंह से वार्ता की। जिसमें सहायक गन्ना आयुक्त ने सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। वहीं किसानों ने कहा कि अब उनकी सब्र का बांध टूट रहा है अगर मांग जल्दी नहीं की गई तो वह सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी गन्ना और प्रशासन की होगी इस मौके पर किसानो में निशांत कुलदीप नरेश ऋषि पाल राम कुमार गय्यूर राम भूल सुशील अभय आकाश प्रमोद आदि मौजूद रहे।