महाराष्ट्र सरकार के किराने की दुकानों और सुपर मार्केट में शराब बेचने के फैसले को सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने वित्तीय लाभ के लिए यह निर्णय लिया है, इसके कारण शराब की लत बढ़ेगी।
अन्ना हजारे ने कहा कि सुपरमार्केट में शराब की बिक्री की अनुमति देने का महाराष्ट्र सरकार का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। नशामुक्ति की दिशा में काम करना सरकार का कर्तव्य है, लेकिन मुझे यह देखकर दुख होता है कि सरकार वित्तीय लाभ के लिए निर्णय ले रही है, जिसके परिणामस्वरूप शराब की लत लग जाएगी।
महाराष्ट्र : सुपर मार्केट में शराब बिक्री का BJP ने किया विरोध तो शिवसेना ने दिखाया आइना
दरअसल, राज्य सरकार ने सुपरमार्केट और दुकानों में कुछ शर्तों के साथ शराब बेचने की अनुमति दे दी है। हालांकि शराब की बिक्री के लिए मानदंड, जैसे स्कूलों और पूजा स्थलों से न्यूनतम दूरी के साथ-साथ स्थानीय निषेध कानून आदि का पालन करना होगा। सरकार के इस फैसले का विपक्षी पार्टी बीजेपी भी पुरजोर विरोध कर रही है।