राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि स्वापक नियंत्रण ब्युरो (एनसीबी) मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए 'नकली जाति प्रमाण पत्र' का इस्तेमाल किया था। अपने तर्क के समर्थन में मलिक ने समीर वानखेड़े की पहली शादी और उनके 'निकाहनामा' की एक तस्वीर भी साझा की। इसके अलावा, नवाब मलिक ने स्पष्ट किया कि उनकी बहस धर्म के बारे में नहीं थी, बल्कि वह समीर वानखेड़े के जाति प्रमाण पत्र का पर्दाफाश करना चाहते थे जो कथित तौर पर धोखाधड़ी के माध्यम से प्राप्त किया गया था।
This is the 'Nikah Nama' of the first marriage of
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) October 27, 2021
'Sameer Dawood Wankhede' with Dr. Shabana Quraishi pic.twitter.com/n72SxHyGxe
नवाब मलिक ने जारी किया समीर वानखेड़े का 'निकाहनामा'
नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े का कथित 'निकाहनामा' जारी किया, नवाब मलिक ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'साल 2006 में 7 दिसंबर, गुरुवार को रात 8 बजे समीर दाऊद वानखेड़े और शबाना कुरैशी के बीच निकाह हुआ था। यह निकाह मुंबई के अंधेरी के लोखंडवाला कॉम्पलेक्स में हुआ था।' महाराष्ट्र के मंत्री ने दूसरे ट्वीट में लिखा, 'निकाह में 33 हजार रुपये मेहर के रूप में अदा की गई थी। इसमें गवाह नंबर 2 अजीज खान थे, वह यासमीन दाऊद वानखेड़े के पति हैं जो कि समीर दाऊद वानखेड़े की बहन हैं।'
नवाब मलिक ने ट्वीट कर दी सफाई- मुद्दा धर्म नहीं उनका कपटपूर्ण तरीका है
इसके साथ ही नवाब मलिक ने ट्वीट किया और अपने आरोपों का बचाव करते हुए कहा, 'मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं समीर दाऊद वानखेड़े का जो मुद्दा उठा रहा हूं, वह उनके धर्म का नहीं है, मैं उस कपटपूर्ण तरीके को उजागर करना चाहता हूं जिसके द्वारा वानखेड़े ने आईआरएस की नौकरी पाने के लिए जाति प्रमाण पत्र प्राप्त किया है और एक योग्य अनुसूचित जाति के व्यक्ति को उसके भविष्य से वंचित किया है।” इससे पहले नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े का जन्म प्रमाण पत्र और शादी की फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी।
मलिक के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए वानखेड़े ने दिया था ये बयान
उसी पर प्रतिक्रिया देते हुए, एनसीबी अधिकारी ने एक बयान जारी किया था, “ट्विटर पर मेरे व्यक्तिगत दस्तावेजों का प्रकाशन प्रकृति में मानहानिकारक है और मेरी पारिवारिक गोपनीयता का अनावश्यक आक्रमण है। इसका मकसद मुझे, मेरे परिवार, मेरे पिता और मेरी दिवंगत मां को बदनाम करना है। पिछले कुछ दिनों में माननीय मंत्री जी के कृत्यों की श्रृंखला ने मुझे और मेरे परिवार को अत्यधिक मानसिक और भावनात्मक दबाव में डाल दिया है। मैं माननीय किसी भी औचित्य द्वारा व्यक्तिगत, मानहानिकारक और निंदनीय हमलों की प्रकृति से आहत हूं।”