पटना : कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किशनगंज में हॉर्टिकल्चर रिसर्च सेन्टर की स्थापना के लिए 90 पद एवं एडवांस सेन्टर ऑन सेरीकल्चर की स्थापना के लिए 80 पद अर्थात कुल 170 पदों के सृजन की स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किशनगंज में कृषि महाविद्यालय, हॉर्टिकल्चर रिसर्च सेन्टर तथा इंटिग्रेटेड यूनिट ऑफ एग्रीकल्चर लाइवस्टॉक तथा फिशरीज एवं एडवांस सेन्टर ऑन सेरीकल्चर की स्थापना की स्वीकृति प्रदान की गयी है। उन्होंने कहा कि इस स्वीकृति के आलोक में अब तक डा. कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज की स्थापना के लिए पद स्वीकृत किये जा चुके हैं।
डा. कलाम कृषि महाविद्यालय में पठन-पाठन का कार्य वर्ष 2015 से चल रहा है। इस कृषि महाविद्यालय के परिसर में एक मत्स्यिकी महाविद्यालय की स्थापना की स्वीकृति भी पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा दी गई है। डा. कुमार ने कहा कि एडवांस्ड सेंटर ऑन सेरीकल्चर राज्य में रेशमपालन पर अनुसंधान के लिए समर्पित होगा। हॉर्टिकल्चर रिसर्च सेन्टर उद्यान विषय पर अनुसंधान के लिए समर्पित होगा।
प्रशासनिक तौर पर डा. कलाम कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य के अधीन महाविद्यालय के अतिरिक्त हॉर्टिकल्चर रिसर्च सेन्टर तथा एडवांस्ड सेंटर ऑन सेरीकल्चर कार्यरत होगा। प्रत्येक अनुसंधान संस्थान एक स्वायत संस्थान के रूप में कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि अनुसंधान संस्थान बिहार कृषि विश्वविद्यालय का अंगीभूत इकाई होगा। उन्होंने कहा कि किशनगंज में हॉर्टिकल्चर रिसर्च सेन्टर एवं एडवांस सेन्टर ऑन सेरीकल्चर की स्थापना होने से विशेषकर सीमांचल क्षेत्रों में अनानास तथ रेशमपालन करने वाले किसानों को लाभ होगा। छोटे जोत वाले कृषि को लाभकारी बनाने तथा जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में विशिष्ट अनुसंधान किया जायेगा। इसके फलस्वरूप राज्य में प्रशिक्षित मानव बल को तैयार करने में मदद मिलेगी।