अरुणाचल प्रदेश में विधायक के खिलाफ नस्लभेदी टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तार हुए पारस सिंह को शुक्रवार को ईटानगर की एक अदालत ने एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। यूट्यूबर पारस सिंह को इस मामले में पंजाब के लुधियाना से गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। पारस पर आरोप है कि उसने यूट्यूब पर एक वीडियो पोस्ट कर अपनी टिप्पणी से पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ दुर्भावना और नफरत को बढ़ावा दिया है। बाईस साल के पारस को इस मामले में शनिवार को दोबारा अदालत के सामने पेश किया जाएगा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस बात का दावा किया कि पारस ने पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी यूट्यूब के जरिए धन राशि कमाने तथा लोकप्रियता हासिल करने के लिए की है। राज्य पुलिस का एक विशेष जांच दल लुधियाना गया, जहां अदालत से आरोपी पारस को तीन दिन के ट्रांजिट रिमांड पर लेने की अनुमति ली।
गौरतलब है कि पारस ने अपने यूट्यूब चैनल पर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक निनोंग एरिंग के खिलाफ नस्लभेदी टिप्पणी की थी। पारस ने हालांकि एक अन्य मामले में माफी भी मांगी थी। पारस की टिप्पणी एरिंग द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए एक पत्र के संबंध में थी, जिसमें उन्होंने पबजी मोबाइल इंडिया के नए अवतार बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया के पुन: लॉन्च पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया था।