दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज चेन्नई पहुंच गए हैं। उन्होंने यहां अभिनेता कमल हासन से मुलाकत की है। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच प्रदेश की सियासती समीकरणों को लेकर बातचीत हुई है। फिल्म अभिनेता कमल हासन ने जब से राजनीति में आने की इच्छा जाहिर की है तब से उनके विभिन्न दलों से गठजोड़ की अटकलें हवाओं में तैर रही हैं। बता दे कि कमन हासन की आवास पर पहुंचे केजरीवाल का अभिनेता कमल हासन व उनकी बेटी अक्षरा हासन ने स्वागत किया है। अपने इस एक दिवसीय यात्रा के दौरान केजरीवाल चेन्नई स्थित तमिलनाडु सरकार के विश्वस्तरीय कौशल विकास केन्द्र का भी दौरा भी करेंगे।
खबरों में दावा किया जा रहा है कि कमल हासन का कांग्रेस या भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेताओं से पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम केजरीवाल से मिलना उनके राजनीतिक झुकाव का संकेत देता है।
Chennai: Kamal Haasan arrives at his residence; Delhi CM Arvind Kejriwal to reach shortly. pic.twitter.com/eugvFMecYU
— ANI (@ANI) September 21, 2017
अरविंद केजरीवाल और कमल हासन की खबर कुछ दिन पहले तक गोपनीय रखी गयी थी। केजरीवाल गुरुवार सुबह चेन्नई जाकर शाम तक लौट आएंगे। केजरीवाल 10 दिनों के लिए महाराष्ट्र में आयोजित विपश्यना योग शिविर में गये थे। केजरीवाल बुधवार (20 सितंबर) को अपने कार्यालय नहीं गये थे। हालांकि उन्होंने दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल से शाम को मुलाकात की थी। मीडिया रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि अरविंद केजरीवाल ने सुपरस्टार रजनीकांत से भी संपर्क किया है। हालांकि ये पता नहीं चला कि रजनीकांत की प्रतिक्रिया क्या रही।
आपको बता दे कि अभिनेता कमल की ओर से कहा गया था कि तमिलनाडु बदलावा चहाता है कोई नया राजनीतिक दल प्रदेश की सियासत में बदलाव ला सकता है। उन्होंने कहा कि मेरे प्रयास की रफ्तार कुछ धीमी हो सकती है लेकिन बदलाव का वादा कर सकता हूं। खुद पर मौकापरस्त होने के आरोपों पर हासन ने कहा कि यह मेरे सक्रिय राजनीति में आने का सही समय है। अभी जितना गलत हो सकता है, हो रहा है। हमें बेहतर सरकार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सियासत में मेरा प्रवेश एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य के साथ है। मैं भ्रष्टाचार पर वार करुंगा। बता दें कि आम आदमी पार्टी ने गोवा और पंजाब में भी विधान सभा चुनावों में अपने प्रत्याशी उतारे थे। हालांकि इस दौरान गोवा में पार्टी को कोई मजबूत जनाधार नहीं मिला था, लेकिन पंजाब में राज्य की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के तौर पर उभरी है। वहीं बताया जा रहा है कि आप अब गुजरात में कुछ सीमित सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। कमल हासन के साथ दिल्ली के सीएम की मुलाकत देश भर में उनकी पार्टी की मौजूदगी का अहसास करा सकती है।