असम में विधानसभा चुनावों के बीच करीमगंज जिले में एक कार से ईवीएम मिलने के बाद राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण हो गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने चार मतदान अफसरों को निलंबित कर दिया है। साथ ही एफआईआर लिखने का आदेश दिया गया है। इन 4 अफसरों में से एक पीठासीन अधिकारी भी शामिल हैं।
गुरुवार को मतदान के बाद करीमगंज जिले में बीजेपी प्रत्याशी से जुड़ी एक कार में ईवीएम मशीन मिलने का आरोप लगा था और हिंसा फैल गई थी। मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्विटर पर उस का कार का वीडियो भी जारी किया।
शुरुआती जांच में पता चला है कि वो बोलेरो गाड़ी पाथरकांडी निर्वाचन क्षेत्र के बीजेपी उम्मीदवार कृष्णेंदु पाल की है। जब चुनाव आयोग के अधिकारी वहां पहुंचे तो उन्हें न कोई मतदान अधिकारी या चुनाव आयोग का कोई कर्मचारी मिला और ना कोई दावेदार आया।
असम : कार में EVM मिलने पर बवाल, प्रियंका गांधी ने BJP और चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
वहीं जानकारी के मुताबिक, करीमगंज जिले की रत्नारी विधानसभा सीट पर वोटिंग के बाद जब पोलिंग टीम ईवीएम लेकर जा रही थी तो कार खराब हो गई। पोलिंग टीम स्ट्रॉन्ग रूम की ओर जा रही थी। कार खराब होने पर टीम की ओर से चुनाव आयोग से दूसरी गाड़ी की मांग की गई। पोलिंग अफसरों की ओर से दूसरी गाड़ी की व्यवस्था की बात कही गई थी, लेकिन तब तक उन्होंने बीजेपी नेता से जुड़ी एक कार से लिफ्ट ले ली थी।
लिफ्ट लेकर जब बीजेपी प्रत्याशी की गाड़ी से पोलिंग पार्टी लौट रही थी तभी स्थानीय लोगों ने इनको देख लिया और गाड़ी रोक दी, पोलिंग पार्टी के सदस्यों को स्थानीय लोगों ने गाड़ी से निकाल दिया और भीड़ हिंसात्मक भी होने लगी, रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि ईवीएम सही सलामत है, उसका सील भी नहीं टूटा है, यह वोटिंग में इस्तेमाल हुई थी।