देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण ने भारी तबाही मचाई, लेकिन फिलहाल इसकी संक्रमण की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है। कोरोना का कहर अभी कम हुआ है, लेकिन इसका खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में असम सरकार ने इस मुश्किल धड़ी में आम लोगों को थोड़ी आर्थिक सहायता मुहैया कराने की घोषणा की है।
दरअसल, असम की हिमंता बिस्वा सरमा ने कोरोना वायरस संक्रमण से अपनी जान गंवाने वाले परिजनों को एक लाख रुपये की एकमुश्त आर्थिक मदद प्रदान करने का ऐलान किया है। असम सरकार में वित्त मंत्री अजंता नियोग ने विधानसभा में 2021-22 का बजट पेश करते हुए दावा किया कि यह देश में किसी भी सरकार द्वारा अपनी तरह की पहली योजना है।
इससे पहले राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए ‘मुख्यमंत्री शिशु सेवा योजना’ और विधवाओं के लिए मुख्यमंत्री कोविड-19 विधवा सहायता योजना’ की घोषणा की थी। बच्चों की योजना के तहत हर महीने प्रति बच्चे को 3,500 रुपये की राशि दी जाएगी।
अन्य योजना में कोरोना से मरने वाले लोगों की पत्नी को 2.5 लाख रुपये की एकमुश्त सहायता दी जाएगी। मंत्री ने कहा कि नयी योजनाओं के तहत आवेदन और लाभ प्राप्त करने के तौर-तरीके स्वास्थ्य विभाग द्वारा आने वाले दिनों में जारी किए जाएंगे और कार्यक्रमों पर लगभग 40 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
निओग ने कहा कि 13 जुलाई तक राज्य में कोविड के कारण 1,345 महिलाओं सहित कुल 4,888 वयस्कों की मौत हुयी हें इसी अवधि के दौरान वायरस के कारण कुल 56 नाबालिगों की भी मौत हुयी। उन्होंने कहा कि इस साल जून तक 95,770 कोविड मरीजों को प्रतिदिन 300 रुपये मूल्य के भोजन के साथ मुफ्त इलाज मुहैया कराया गया।
इससे पहले राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए ‘मुख्यमंत्री शिशु सेवा योजना’ और विधवाओं के लिए मुख्यमंत्री कोविड-19 विधवा सहायता योजना’ की घोषणा की थी। बच्चों की योजना के तहत हर महीने प्रति बच्चे को 3,500 रुपये की राशि दी जाएगी।
अन्य योजना में कोरोना से मरने वाले लोगों की पत्नी को 2.5 लाख रुपये की एकमुश्त सहायता दी जाएगी। मंत्री ने कहा कि नयी योजनाओं के तहत आवेदन और लाभ प्राप्त करने के तौर-तरीके स्वास्थ्य विभाग द्वारा आने वाले दिनों में जारी किए जाएंगे और कार्यक्रमों पर लगभग 40 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
निओग ने कहा कि 13 जुलाई तक राज्य में कोविड के कारण 1,345 महिलाओं सहित कुल 4,888 वयस्कों की मौत हुयी हें इसी अवधि के दौरान वायरस के कारण कुल 56 नाबालिगों की भी मौत हुयी। उन्होंने कहा कि इस साल जून तक 95,770 कोविड मरीजों को प्रतिदिन 300 रुपये मूल्य के भोजन के साथ मुफ्त इलाज मुहैया कराया गया।