असम पुलिस ने किया 2 करोड़ रुपए के साथ एक ड्रग तस्कर को गिरफ्तार, उसके पास मिली थी यह महंगी टैबलेट

असम पुलिस ने किया 2 करोड़ रुपए के साथ एक ड्रग तस्कर को गिरफ्तार, उसके पास मिली थी यह महंगी टैबलेट
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देश में लगातार ड्रग पेडलरों की गिनती लगातार बढ़ती ही जा रही है। जहां हर दिन एक के बाद एक पुलिस अधिकारियों द्वारा कई बदमाशों को ढेरों ड्रगों और पैसों के साथ पकड़ा जा रहा है। इन ड्रग पेडलरों का गिरोह अब पुरे देश में फैलता जा रहा है, जहां अब एक राज्य असम भी इसमें शामिल हो चुका है।जहां से हर दिन ऐसी खबरे सुनने को मिल ही जाती है। लेकिन जो खबर आज हम आपको बताने वाले हैं वो आपको हैरत में ही डाल देगा। जी हाँ शनिवार के दिन असम के कछार जिले पुलिस अधिकारियों द्वारा ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया। हैरान करने वाली बात तो ये है की उन बदमाशों के पास से कुछ ऐसा बरामद किया गया है जो आपने कभी सोचा भी नहीं होगा।

क्या मिला आरोपियों के पास ?

दरअसल, असम पुलिस ने शनिवार को कछार जिले में एक ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं जब्त कीं गयी। आपको बता दें की प्रशासन अधिकारियों द्वारा बताया गया है की जब्त की गई प्रतिबंधित दवाओं की अनुमानित कीमत करीब दो करोड़ रुपये है। वहीँ पुलिस के मुताबिक, आरोपी की पहचान आजाद उद्दीन बारलास्कर के रूप में हुई है जो की 31 वर्ष का था। गौरतलब ये है की कछार के पुलिस अधीक्षक, नुमल महत्ता ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर, कछार जिले की पुलिस की एक टीम ने एक अभियान चलाया और बांसकांडी-सिलचर रोड पर एक वाहन को रोका।जहां एसपी महत्ता ने कहा, "तलाशी के दौरान, पुलिस टीम ने वाहन से 18,000 याबा टैबलेट बरामद किए और कछार जिले में एक ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया। जब्त की गई दवाओं का बाजार मूल्य लगभग 2 करोड़ रुपये आंका गया है।"

असम में इससे पहले भी मिले थे आरोपी !

इस भयानक मामले की जांच अभी जारी है। और पुलिस आरोपियों से ये उगलवाने के लिए भी पूरी कोशिश कर रही है की उनके इस गिरोह में और कितने लोग शामिल है। साथ ही वह किसके लिए काम किया करते थे ? आपको बता दें की इससे पहले भी असम पुलिस के विशेष कार्य बल के अधिकारियों ने शनिवार को गुवाहाटी के खानापारा इलाके में छह ड्रग तस्करों को पकड़ा और 46 ग्राम हेरोइन जब्त की। लेकिन अब सवाल तो ये उठ रहा है की जिस देश की राज्यों में ये चीजें बैन हो वहाँ इस कदर की तस्करी आखिरकार हो कैसे रही है ?

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