अखिल असम छात्र संघ (आसू) समेत 100 से अधिक संगठनों और राजनीतिक दलों द्वारा समर्थित राज्यव्यापी बंद के मद्देनजर मंगलवार को राज्य का सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित रहा। नागरिकता विधेयक 2016 के विरोध में यह बंद का आह्वान किया गया है। यह विधेयक आज लोकसभा के पटल पर पेश किया जाना है।
विभिन्न हिस्सों से सुबह से छिटपुट हिंसा की घटनाओं की रिपोर्ट मिली हैं। गोलाघाट में बंद समर्थितों ने जिला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय में तोड़फोड़ की और सभी फर्नीचरों में आग लगा दी। गुवाहाटी में राजभवन और नूनमति के पास शरारती तत्वों ने वाहनों की खिड़कियों तोड़ दी। चाबुआ और शिवसागर सहित अन्य स्थानों पर बसों को नुकसान पहुंचाये जाने की सूचना है।
एएएसयू नेताओं और सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन के दौरा राज्य के सड़कों में टायरों को जला कर विरोध जताया। राज्य के पूर्वी हिस्से में मोरन में पथराव करने वालों ने रेल की पटरियों को अवरुद्ध कर दिया, जिससे रेलगाड़ियों के आवागमन में बाधा पड़ रही है।
बंद के समर्थन में पूर्वोत्तर छात्र संघ (नेसो) और आसू की 30 सहायक समूह के साथ कृषक मुक्ति संग्राम समिति और 40 संगठनों के समूह भाग ले रही हैं। राजनीतिक दलों में असम गण परिषद (एजीपी) जिसने सोमवार राज्य की गठबंधन सरकार को विधेयक को छोड़ दिया और विपक्षी कांग्रेस तथा एआईयूडीएफ भी बंद का समर्थन में आगे आई है।