गुवाहाटी : पहली बार विधायक बने भाजपा नेता तेराश गोवाला ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने असम विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को भेज दिया है। दुलियाजान निर्वाचन क्षेत्र के विधायक ने कहा कि उन्होंने सोमवार की रात को भाजपा विधायक दल के नेता सोनोवाल को अपना त्यागपत्र भेज दिया। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘हां, उन्होंने सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय को अपना इस्तीफा भेजा।
विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा के बारे में पूछे जाने पर गोवाला न कहा, ‘‘कई मुद्दे हैं। मैं बतौर विधायक अपने कर्तव्यों को पूरा करने में समर्थ नहीं हूं। अतएव नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैं विधानसभा से इस्तीफा दे रहा हूं।’’ जब उनसे खासकर ‘असम गैस कंपनी लिमिटेड’ में उन्हें कोई पद नहीं देने के मुद्दे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘वह एक कारण है। एजीसीएल दुलियाजान में है और वहां के लोगों ने मुझे अपना प्रतिनिधि चुना। उनकी मुझसे कुछ आकांक्षाएं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझसे संपर्क किये बगैर ही कंपनी में नियुक्ति कर दी गयी। मैं यह नहीं कह रहा कि आप मुझे यह पद दे दीजिए लेकिन कम से कम मुझसे संपर्क तो किया जाना चाहिए था।’’ जब गोवाला से पूछा गया कि क्या पार्टी के दबाव में इस्तीफा वापस लेने की संभावना है तो उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री को मुद्दों के बारे में बता दिया है। यदि मुझे संतोषजनक उत्तर मिलता है तो मैं उस पर पुनर्विचार कर सकता हूं।’’ उन्होंने पीटीआई भाषा से कहा कि उन्होंने त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष हितेंद्र नाथ गोस्वामी को नहीं भेजा है, अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के साथ विचार विमर्श करने के बाद वह ऐसा करेंगे। असम की 126 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 61 प्रतिनिधि हैं। सोनोवाल ने सोमवार को 40 सरकारी निकायों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और निदेशक के तौर पर भाजपा, अगप और बीपीएफ के नेताओं समेत कई व्यक्तियों की नियुक्ति की थी।