मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उनका स्मरण करते हुए आज कहा कि वे शक्तिशाली राष्ट्र के निर्माण का संकल्प लेने वाले अनूठे नेता रहे हैं।
श्री चौहान ने यहां शौर्य स्मारक चौराहे के पास पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री वाजपेयी की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर अनेक जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री वाजपेयी शक्तिशाली राष्ट्र के निर्माण का संकल्प लेने वाले अनूठे नेता थे। वे अजातशत्रु, राष्ट्रनायक, मौलिक चिंतक और कुशल संगठक थे। एक श्रेष्ठ वक्ता थे। उनका व्यक्तित्व सम्मोहित करता था। वे करुणा, प्रेम और आत्मीयता से भरपूर थे। वे लेखक और कवि भी थे। श्री वाजपेयी सबको अपने जैसा मानते थे। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में विकास के अछ्वुत कार्य कर दिखाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव थे, तो उन्हें यूएनओ में भारत के दल का नेता बना कर भेजा था। यह साधारण बात नहीं है। उन पर विश्वास व्यक्त किया गया। उन्होंने भारत का पक्ष संयुक्त राष्ट्रसंघ में पुरजोर तरीके से रखा। उन्होंने डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी के साथ भी कार्य किया। आज श्री वाजपेयी के बिना संसद सुनी लगती है। वे सदन में खड़ होते थे, तो सभी मौन हो जाते थे। सभी उन्हें तल्लीनता से सुनते थे।
सब लोगों के हृदय में श्री वाजपेयी के लिए बहुत अधिक सम्मान था। भारत को परमाणु शक्तिशाली राष्ट्र बनाने का उन्होंने संकल्प लिया था। स्वर्णिम चतुर्भुज योजना और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से उन्होंने देश में ग्रामीण सड़कों का नेटवर्क स्थापित करने का कार्य किया। ये श्री वाजपेयी का महत्वपूर्ण योगदान था।