हरिद्वार, संजय चौहान (पंजाब केसरी)ः मोरा तारा ज्वैलर्स के मालिक पर हुई फायरिंग व रंगदारी की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
शुक्रवार को एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने ज्वेलर्स कारोबारी पर फायरिंग व रंगदारी की घटना का ज्वालापुर कोतवाली में खुलासा करते हुए बताया कि एसओजी व साइबर सेल की चार टीमों ने घटना को अंजाम देने वाले पांच आरोपी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम आरोपी प्रदीप चौहान, सचिन प्रजापति, कौशल कुमार, अरुण कुमार व अंकुर कुमार निवासी ग्राम नवादा, नहटौर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश बताए हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण का मास्टर माइंड प्रदीप चौहान है, जिसका पहले भी आपराधिक इतिहास रहा है। शेष आरोपियों के अपराधिक इतिहास के बारे में पता किया जा रहा है। आरोपियों की धरपकड़ में शामिल टीम को मोरा तारा ज्वेलर्स की तरफ से 51 हजार का चेक भी इनाम के तौर पर दिया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से हुंडई कार, स्कूटी, पिस्टल व तमंचा बरामद किया है।
वहीं, पकड़े गए पांचों आरोपियों में दीप चौहान पुत्र सुरेश सिंह निवासी नवादा थाना नहटौर जिला बिजनौर उप्र उम्र 29 वर्ष। बता दें कि प्रदीप इस घटना का मुख्य साजिशकर्ता है, जो पहले वर्ष 2015 में थाना प्रेमनगर देहरादून से अपने सगे भाई अंकित व एक अन्य अभियुक्त के साथ डकैती के मामले में जेल जा चुका है। प्रदीप इण्डस्ट्रीयल केैमेस्ट्री से एमएससी है और पूर्व में ओरियन्टल बैंक ऑफ कॉमर्स बुद्व बाजार मुरादाबाद में कर्लक के रूप में काम कर चुका है। इस दौरान वर्ष 2015 में डकैती में सम्मलित होने के कारण उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। जिसके बाद उसके द्वारा धोखाधडी व अन्य आपराधिक घटनाओं से पैसा कमाया जा रहा था। प्रदीप द्वारा बताया गया कि इस घटना को अन्जाम देने के लिये उसने 6 लाख रूपये खर्च किया। जिसमें 40 हजार की एक पिस्टल व 10-10 हजार के 02 तंमचे, कनखल में किराये पर दो फ्लैट व उत्तम नगर दिल्ली में किराये पर एक फ्लैट पहले से ही छिपने के लिये ले लिया था। गिरफ्तारी के दौरान प्रदीप उपरोक्त से घटना में प्रयुक्त 32 बोर पिस्टल व 04 कारतूस बरामद हुये। पूछताछ पर अभियुक्त ने बताया कि देहरादून प्रेमनगर में हुवी घटना में उसपर कोर्ट में मुकदमा चल रहा है जिसमें उसके वारण्ट निकल रखे हैं देहरादून पुलिस बार-बार मेरे बिजनौर स्थित घर पर दबिश दे रही थी मैं उपरोक्त मामले के वादी से समझौता करना चाहता था, जिसके लिये 50-60 लाख रूपये की जरूरत थी। इस पर उसने अपने गांव के लडकों को मकसद बताकर तैयार किया और मोरा तारा शोरूम से एक चैन व कुण्डल अपनी पत्नी के लिये 2 महीने पहले खरीदे थे, जिसके डिब्बे पर वादी व उसके शोरूम के मोबाईल नम्बर अंकित थे। जिनका उसने फिरोती मांगने में प्रयोग किया।
वहीं, सचिन प्रजापति पुत्र पंकज कुमार निवासी ग्राम नवादा चैहान थाना नहटौर जिला बिजनौर उम्र 19 वर्ष- शिक्षा -7 वीं पास अभियुक्त प्रदीप के गांव का ही रहने वाला है। वादी पर फायर करने के दौरान यह स्कूटी चला रहा था गिरफ्तारी के दौरान इससे एक तंमचा 315 बोर व 02 कारतूस जिन्दा बरामद हुये। इसकी निसानदेही पर घटना में प्रयुक्त स्कूटी भी सिडकुल स्थित इसके कमरे से बरामद की गयी है। इसी तहर कौशल कुमार पुत्र महेन्द्र सिंह निवासी ग्राम नवादा थाना नहटौर जिला बिजनौर उम्र 22 वर्ष शिक्षा- बीए प्रथम वर्ष घटना के दौरान वादी पर पिस्टल से फायर की थी गिरफ्तारी के दौरान इससे एक तंमचा 315 बोर मय 03 जिन्दा कारतूस बरामद हुये हैं। अरूण कुमार पुत्र रणवीर सिंह नि0 उपरोक्त उम्र 19 वर्ष। शिक्षा 9वीं पास। वादी पर फायर करने से पूर्व मुख्य अभियुक्त प्रदीप के साथ कार सवार था तथा अंकुर कुमार पुत्र चन्द्रपाल सिंह निवासी ग्राम फिना थाना सिवालाकला जिला बिजनौर उम्र 25 वर्ष शिक्षा 12 वीं पास। वादी पर फायर करने से पूर्व मुख्य अभियुक्त प्रदीप के साथ कार पर सवार था।
विदित हो कि ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्रांतर्गत तोरा मोरा ज्वेलर्स कारोबारी से उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुनील राठी के नाम से कॉल कर 50 लाख की रंगदारी मांगी गयी थी। इससे दो दिन पूर्व मोरा तारा ज्वेलर्स के मालिक निपुण मित्तल पुत्र नवीन चन्द्र निवासी मयूर विहार आर्यनगर ज्वालापुर के ऊपर बदमाशो ने 26 जुलाई की रात्रि में फायरिंग कर हमला किया था। कमर में लैपटाप होने के कारण गोली लैपटॉप में जा लगी थी, जिसमें वह बाल-बाल बचे थे, जिसके बाद ज्वालापुर कोतवाली में 27 जुलाई को इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं कारोबारी पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस बदमाशों को पकड़ने का लगातार प्रयास कर ही रही थी कि 28 जुलाई को ज्वेलर्स कारोबारी से कुख्यात सुनील राठी के नाम पर 50 लाख की रंगदारी मांग कर पुलिस की नींद उड़ा दी थी। समाचार लिखे जाने तक पुलिस आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी कर रही थी।