दिग्गज बंगाली अभिनेता सौमित्र चटर्जी ने सोमवार को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों से हिंसा का सहारा नहीं लेने का आग्रह किया। पश्चिम बंगाल के कई जिलों में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं।
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प्रदर्शनकारियों ने रेलवे संपत्ति और कई बसों में आग लगा दी है। इन सबको देखते हुए चटर्जी ने लोगों से यह अपील की है। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेता चटर्जी ने कहा कि मुझे राजनीति समझ नहीं आती लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि ये सब क्यों हो रहा है।
उन्होंने कहा , “मुझे अखबारों से पता चला है कि यह कानून देश के एक बड़े तबके के लोगों को दबा रहा है।” सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के करीबी माने जाने वाले बुद्धिजीवियों के एक समूह ने भी आंदोलनकारियों से अपील की है कि वे नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिज़न्स (एनआरसी) और संशोधित नागरिकता अधिनियम का विरोध करने के लिए हिंसा का सहारा न लें। चित्रकार शुभप्रसन्न, कवि जॉय गोस्वामी और सुबोध सरकार, भारतविद नृसिंह प्रसाद भादुड़ी ने भी लोगों से हिंसा का सहारा नहीं लेकर लोकतांत्रिक ढंग से विरोध करने का आह्वान किया है।